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धान की कटाई करते समय किसान रखें इन बातों का ध्यान

धान की कटाई

धान की फसल की कटाई एक बहुत ही महत्वपूर्ण चरण होता है, क्योंकि इस समय अगर कुछ भी लापरवाही की जाती है, तो उपज की गुणवत्ता और पैदावार पर असर पड़ सकता है। सही तरीके से कटाई करने से न केवल फसल की गुणवत्ता में सुधार होता है, बल्कि किसानों को अच्छे मुनाफे की संभावना भी बढ़ जाती है।

धान की कटाई करते समय किसान को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

1. सही समय पर कटाई करें
धान की फसल की कटाई सही समय पर करनी चाहिए। अगर आप बहुत जल्दी कटाई करेंगे, तो फसल पूरी तरह से पक नहीं पाएगी और परिणामस्वरूप पैदावार में कमी हो सकती है। वहीं, अगर देर से कटाई करेंगे, तो पौधों की बालियां झड़ सकती हैं या अन्य नुकसान हो सकता है।
सही पकने का संकेत: जब धान की बालियां पीली हो जाएं और चावल का दाना चबाने पर टूट जाए, तो समझ लें कि फसल पक चुकी है। इस समय कटाई करना बेहतर होता है।


2. सूखा होने तक इंतजार करें
कटाई से पहले फसल को अच्छी तरह सूखा होना चाहिए। धान की बालियों में नमी के साथ कटाई करने से, चावल में खराबी आ सकती है और सर्दियों में तिलचट्टे और कीट भी अधिक लग सकते हैं।
नमी का स्तर: कटाई के समय धान की नमी 18-20% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। अगर नमी अधिक है, तो धान को सूखा कर कटाई करें।


3. साफ-सफाई का ध्यान रखें
कटाई के दौरान फसल को साफ रखना जरूरी है। अगर फसल में घास या अन्य जड़ी-बूटियां शामिल हैं, तो उसे पहले साफ कर लें ताकि चावल की गुणवत्ता पर कोई असर न पड़े।
अच्छे उपकरण का उपयोग करें: कटाई में अच्छे और तीखे बियान वाले उपकरण का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि फसल की गुणवत्ता बेहतर रहे।


4. ध्यान से दाना काटें
कटाई के बाद धान के दाने को ध्यान से निकालें। कम गुणवत्ता वाले दानों की पहचान करें और उन्हें अलग रखें। इससे चावल का प्रतिशत और गुणवत्ता बेहतर रहती है।


5. धान की बालियों को संभाल कर काटें
कटाई के दौरान बालियों को संभालकर काटना चाहिए। किसी भी प्रकार से बालियों को खींच कर या दबाकर काटने से दाने टूट सकते हैं। इसके लिए सिंपल कटिंग टूल्स का उपयोग करना बेहतर होता है।


6. वायु और धूप का उपयोग
कटाई के बाद धान को धूप में सुखाना बहुत जरूरी होता है। यदि मौसम में नमी हो, तो धान को खुले मैदान में फैलाकर सूखा सकते हैं।
धूप में सुखाने से दाने का पोषण और गुणवत्ता बनी रहती है। साथ ही, सूखे दाने सड़ते नहीं हैं और उनका भंडारण भी लंबे समय तक किया जा सकता है।


7. सभी हिस्सों की कटाई पर ध्यान दें
फसल की हर शाखा और बालियों को कटाई के बाद अच्छी तरह से संग्रहित करें। ध्यान रहे कि जमीन पर पड़े दाने और बाली को भी इकट्ठा करें ताकि कोई नुकसान न हो।


8. धान को उचित स्थान पर स्टोर करें
धान की कटाई के बाद उसे सही तरीके से स्टोर करना बहुत जरूरी होता है। किसी भी प्रकार के गीले स्थान, नमी, कीट और घास से बचाकर उसे ढंग से सूखा और हवादार जगह पर रखें।
नमी से बचाने के लिए एक अच्छे पैकिंग का ध्यान रखें। खुले स्थान पर रखने से धान की गुणवत्ता घट सकती है।


9. सुरक्षा का ध्यान रखें
कटाई के समय सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी है। तेज उपकरणों और मशीनों के साथ काम करते समय सावधानी बरतें। हल्की चोट भी समस्या पैदा कर सकती है, इसलिए कृषि उपकरणों का सही तरीके से उपयोग करें।


10. सरकार द्वारा लागू योजनाओं का लाभ लें
धान की कटाई के बाद सरकारी योजनाओं और समर्थन मूल्य के तहत धान की बिक्री के लिए जानकारी प्राप्त करें। सरकार किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य देने के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन करती है। इससे किसान बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं।


धान की कटाई का सही तरीका और समय पर ध्यान देने से आप अपनी मेहनत के अच्छे परिणाम पा सकते हैं। इससे न केवल फसल की गुणवत्ता बेहतर होगी, बल्कि आप आर्थिक रूप से भी फायदे में रहेंगे। इस प्रकार, धान की कटाई को सही ढंग से करना किसानों के लिए फायदेमंद साबित होता है।

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