Kapil Dev Salary: कपिल देव को 1983 में कितनी मिलती थी सैलरी, जानकर होगी हैरानी
Kapil Dev Salary: पिछले कुछ सालों में क्रिकेट का खेल भारत में राजनीति और फिल्मों के साथ-साथ चर्चा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनकर उभरा है। एक समय सज्जनों का खेल कहे जाने वाले इस खेल ने, कम से कम भारत में, अपने आकर्षण और पैसे से भारतीय जनता को काफी प्रभावित किया है। जो देश भर में कई लोगों के लिए एक दूर का सपना लगता था वह अब एक महत्वाकांक्षा बन गया है।
Each one of them deserve 10 Cr. pic.twitter.com/BzBYSgqit6
— Makarand Waingankar (@wmakarand) July 16, 2019
हालांकि, भारत में क्रिकेट का यह विकास बहुत आसान नहीं था। 80 के दशक से पहले इस खेल को इसकी कम कमाई और कमाई के कम जरिये के लिए अच्छा करियर ऑप्शन नहीं माना जाता था। एक्स पर एक यूजर ने हाल ही में एक फोटो शेयर की है जिसमें बताया गया है कि भारतीय क्रिकेटर 1983 में कितना कमाते थे।
तस्वीर में देखा जा सकता है कि तत्कालीन भारतीय कप्तान कपिल देव को 1500 रुपये की मैच फीस के साथ 600 रुपये का डेली अलाउंस मिलता था। 1983 में क्रिकेट खिलाड़ियों को इतनी ही मैच फीस मिलती थी। लेकिन आज बीसीसीआई खिलाड़ियों का चयन करती है।
सालाना कॉन्ट्रेक्ट के माध्यम से उनके ग्रेड के आधार पर कमाई को तय किया जाता है।तस्वीर में देखा जा सकता है कि तत्कालीन भारतीय कप्तान कपिल देव को 1500 रुपये की मैच फीस के साथ 600 रुपये का डेली अलाउंस मिलता था।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड दुनिया के सबसे अमीर स्पोर्ट्स बॉडीज में से एक है। ये चार ग्रेड में कॉन्ट्रेक्ट करती है। ये ग्रेड A+, A, B and C हैं। ग्रेड सी खिलाड़ियों के लिए सालाना चार्ज 1 करोड़ रुपये है, ग्रेड A+ क्रिकेटरों को 7 करोड़ रुपये मिलते हैं, ग्रेड A क्रिकेटरों को 5 करोड़ रुपये मिलते हैं। ग्रेड बी क्रिकेटरों को 3 करोड़ रुपये मिलते हैं।
विशेष रूप से केवल चार खिलाड़ी विराट कोहली, रोहित शर्मा, रवींद्र जड़ेजा और जसप्रित बुमरा के पास A+ ग्रेड कॉन्ट्रेक्ट है। वार्षिक रिटेनरशिप के अलावा खिलाड़ियों को मैच फीस और भत्ते मिलते हैं। इसमें वनडे के लिए 6 लाख रुपये, टी20 के लिए 3 लाख रुपये और टेस्ट मैच के लिए 15 लाख रुपये प्रति गेम मिलते हैं।
1983 क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के सदस्य सुनील वाल्सन ने बताया था कि विश्व कप जीतने के बाद प्रत्येक खिलाड़ी को लगभग 25,000 रुपये मिले। उन्होंने कहा, 'उस समय आर्थिक इनाम कोई खास नहीं था क्योंकि भारत के लिए खेलना अपने आप में गर्व की बात थी।' भारत ने 1983 और 2011 में दो बार ICC क्रिकेट विश्व कप जीता है, वे 2003 और 2023 में दो बार सेकंड विजेता रहे हैं।