यूजीसी ने महिला वैज्ञानिकों और संकाय सदस्यों के लिए लॉन्च किया ‘शेरनी’ नेटवर्क, जानें क्या होंगे फायदे
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने शी रिसर्च नेटवर्क इन इंडिया (SheRNI) नेटवर्क लॉन्च किया है। इस नेटवर्क में 81818 पंजीकृत महिला वैज्ञानिक और अन्य क्षेत्रों के अकादमिक सदस्यों के साथ-साथ 675313 प्रकाशन और 11543 पेटेंट शामिल होंगे। महिला उम्मीदवार इन सभी तक पहुंच सकेंगी और नए कामकाजी अनुसंधान अनुभवों का आदान-प्रदान कर सकेंगी।
यूजीसी ने शेरनी नेटवर्क लॉन्च किया।
इससे काम करना, अनुसंधान अनुभवों का आदान-प्रदान करना आसान हो जाएगा।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने भारत में शी रिसर्च नेटवर्क (SheRNI) लॉन्च किया है। यह नेटवर्क यूजीसी-इन्फ्लिबनेट द्वारा लॉन्च किया गया है। इस उद्देश्य को लॉन्च करने का मुख्य उद्देश्य महिला संकाय सदस्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर का विशेषज्ञ तैयार करना है। यह विभिन्न क्षेत्रों के अन्य वैज्ञानिकों और संकाय सदस्यों को जोड़ेगा ताकि वे अपने कामकाजी, अनुसंधान अनुभवों का आदान-प्रदान कर सकें। इससे महिलाएं बिना किसी पूर्वाग्रह के इस क्षेत्र में आगे बढ़ सकेंगी।
क्या होगा लाभ
यह नेटवर्क 81,818 पंजीकृत महिला वैज्ञानिकों और अन्य क्षेत्रों के अकादमिक सदस्यों को जोड़ेगा। नेटवर्क में 6,75,313 प्रकाशन और 11,543 पेटेंट भी शामिल होंगे जिन्हें नेटवर्क से एक्सेस किया जा सकता है। इससे आप उनसे जुड़ सकेंगे और नई चीजें सीख सकेंगे और अन्य जानकारी हासिल करने के लिए अन्य वैज्ञानिकों से भी बात कर सकेंगे। इस प्लेटफॉर्म की वेबसाइट sherni.inflibnet.ac.in है।
यूजीसी अध्यक्ष ने दिया ये बयान
पोर्टल के लॉन्च के साथ यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर ममीडाला जगदेश कुमार ने जानकारी साझा की और कहा कि संगठन महिला वैज्ञानिकों और शिक्षकों की उपलब्धियों के लिए समान प्रतिनिधित्व और प्रदर्शन की गारंटी देना चाहता है। इस नेटवर्क के माध्यम से महिला वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और संकाय की अगली पीढ़ी को क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को और बढ़ाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।