क्यों गिरते है आम के पेड़ों से टिकोले, बचाव के लिए किसान अपनाएं ये तरीका, होगी बंपर पैदावार
आम फलों का राजा है. गर्मियां आते ही लोगों को आम का इंतजार होने लगता है. आम का स्वाद जितना लाजवाब होता है, उतना ही यह किसानों के लिए आय का एक बड़ा जरिया भी है। मार्च में आम के पेड़ों पर टिकोले दिखाई देने लगते हैं। कभी-कभी किसी कारणवश लकड़ी आम के पेड़ से गिर जाती है। इससे आम उगाने वाले किसानों को काफी नुकसान होता है.
इस संबंध में हज़ारीबाग़ के गोरिया करमा स्थित आईसीएसआर के कृषि वैज्ञानिक डाॅ. आरके सिंह बताते हैं कि आम के पेड़ विभिन्न बीमारियों और कारणों से गिर जाते हैं। ऐसे में हमारे पास बचाव के कई तरीके होते हैं, जिससे किसान आम के गुच्छों की देखभाल कर सकें।
डॉ। सिंह ने बताया कि आम की कई किस्मों की जड़ें छोटी होती हैं जो जमीन के अंदर नहीं घुस पाती हैं। ऐसे में इन्हें सही मात्रा में पानी नहीं मिल पाता, जिससे ये पेड़ गिर जाते हैं। इससे बचने के लिए इन पेड़ों को रोजाना पानी देना चाहिए।
आम के डंठल विभिन्न कीड़ों के प्रति संवेदनशील होते हैं, जिससे डंठल सूखने का खतरा होता है। इसके लिए कार्बेन्डाजिम या हेक्साकोनाजोल रसायन को पानी में मिलाकर टिकों पर छिड़कना चाहिए। इसमें बहुत अधिक रसायनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
कृषि वैज्ञानिक ने आगे कहा कि किसान कोकून पर 1 मिलीलीटर प्लानोफिक्स प्रति 3 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं. यह स्टिकर को मजबूत बनाता है और उन्हें गिरने से बचाता है।
डॉ। आरके सिंह बताते हैं कि कभी-कभी कीट पेड़ों के बिलों में छिप जाते हैं। वे पेड़ में सबसे अधिक टिक्स के गिरने का कारण बनते हैं। इनकी रोकथाम के लिए क्लोरिनट्रानिनिप्रोएल या कोरिजेन 0.4 ग्राम या डेल्टामेथ्रिन 28 ईसी को 1 मिली पानी में घोलकर छिड़काव करें।