हरियाणा रोडवेज की 1030 बसें कंडम : दिल्ली में इन रूटों से हटाने की तैयारी , NCR में प्रदूषण पर लगाम लगाने का प्लान
अगर आप भी हरियाणा रोडवेज से यात्रा करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। हरियाणा के विभिन्न जिलों से दिल्ली जाने वाली बसें रूट से चलेंगी। हरियाणा सरकार बीएस-3 बसें हटाने की तैयारी कर रही है। इस साल के अंत तक परिवहन विभाग इन सभी बसों को दिल्ली जाने वाले रूट से हटा देगा.
इस बीच, वायु गुणवत्ता आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में दूसरे राज्यों से आने वाली प्रदूषित ईंधन वाली बसों को 31 मार्च तक स्वच्छ ईंधन अपनाने का अल्टीमेटम दिया है। हरियाणा में करीब 1000 बीएस 3 बसें हैं। एनसीआर डिपो में 500 बसें चलती हैं। इन सभी बसों को परिवहन विभाग धीरे-धीरे कंडम कर देगा।
गौरतलब है कि अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में दिल्ली-एनसीआर के इलाके प्रदूषण की चपेट में हैं. लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत होती है. प्रदूषण फैलाने में डीजल बसें भी अहम भूमिका निभाती हैं।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर वायु गुणवत्ता आयोग ने प्रदूषण फैलाने वाली बसों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आने वाले समय में दिल्ली में सिर्फ स्वच्छ ईंधन से चलने वाली बसों को ही चलाने की इजाजत होगी. इनमें सीएनजी, इलेक्ट्रिक और बीएस सिक्स बसें शामिल होंगी।
आयोग ने हरियाणा समेत अन्य राज्यों को डीजल बसें हटाने का अल्टीमेटम दिया है. हरियाणा सरकार ने इसके लिए एक विस्तृत योजना भी तैयार की है. परिवहन विभाग के मुताबिक, हरियाणा डिपो से दिल्ली के लिए चलने वाली सभी बसें बीएस-6 मानक की होंगी.
इन बसों को खरीदने की प्रक्रिया जारी है. हरियाणा सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 तक बीएस 6 मानक वाली 650 बसें खरीदने का लक्ष्य रखा है। इन बसों के आते ही बीएस-3 बसों को हटाना शुरू हो जाएगा।
हरियाणा में कुल 1030 बीएस 3 बसें हैं। इस बीच एनसीआर डिपो में खड़ी बीएस-4 बसों को दूसरे डिपो में शिफ्ट किया जाएगा। हरियाणा के बेड़े में 4227 बसें हैं।
इनमें 3203 प्लेन बसें, 6 वोल्वो, 12 मर्सिडीज, 153 एचवीएसी, तीन सीएनजी 10 सेमी लो फ्लोर बसें और 278 मिनी बसें शामिल हैं। हरियाणा सरकार के बेड़े में जल्द ही 150 नई एसी बसें शामिल होंगी। इनकी टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।