बेरोजगारी पर आप का खट्टर सरकार के विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन नौ साल में केवल युवाओं को रोजगार की बजाए धोखा दिया
सिरसा। आम आदमी पार्टी के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा शुक्रवार को स्थानीय भीमराव अंबेडकर चौक के पास प्रदेश में व्याप्त बेरोजगारी के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। पार्टी के जिला अध्यक्ष हैप्पी रानियां, राष्ट्रीय परिषद सदस्य वीरेंद्र कुमार और जिला सचिव शाम मेहता की अगुवाई में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यहां खट्टर सरकार पर रोजगार के मामले में युवाओं को धोखा देने का आरोप लगाते हुए तख्तियां लहराईं और जोरदार नारेबाजी की। इस अवसर पर अपने संबोधन में जिला अध्यक्ष हैप्पी रानियां ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी का आंकड़ा पच्चीस लाख पार कर गया है और दो लाख नो हजार स्वीकृत पद ख़ाली पड़े हुए हैं जिन्हें पिछले नौ सालों में नहीं भरा गया है। भाजपा- जजपा सरकार द्वारा रोजगार देने की बजाए लगतार बड़े बड़े जुमले उछाल कर ठगा गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में युवा रोजगार न मिलने के कारण नशे की गर्त में गिर रहे हैं और अनेक परिवारों की अगली पीढ़ी को खट्टर सरकार की नलायकी निगल चुकी है। उन्होंने सवाल किया कि अगर पंजाब में आप की सरकार बीस महीनों में 42 हजार से ज्यादा सरकारी नौकरियां दे कर युवाओं का भविष्य संवार सकती है तो खट्टर सरकार अपने नौ साल के कार्यकाल में ऐसा क्यों नहीं कर सकी ? राष्ट्रीय परिषद सदस्य वीरेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि सरकार ने शामिल भाजपा जजपा नेताओं ने केवल भ्रष्टाचार के माध्यम से प्रदेश को लूटने का काम ही किया है युवाओं के रोजगार का मुद्दा तो उनको याद भी नहीं है। जिला सचिव शाम मेहता ने कहा कि राज्य और केंद्र दोनों में भाजपा की सरकार होने के बावजूद हरियाणा के युवाओं को रोजगार के स्थान पर निराशा ही हाथ लगी है। जिला मीडिया प्रभारी प्रदीप सचदेवा ने कहा कि प्रदेश का युवा अब भाजपा जजपा सरकार की हकीकत को पहचान चुका और इसे चलता करने का मन बना चुका है और आने वाले समय में आम आदमी पार्टी की सरकार हरियाणा की बागडोर संभालने जा रहीभाई वही बेरोजगारी सहित हरियाणा के सभी मसलों का हल करेगी। पार्टी नेत्री पूनम गोदारा, कविता नागर और मैक्स साहुवाला ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया। प्रदर्शन में जिला पार्षद गुरभेज सिंह, बलविंदर बराड़ , संदीप कौर, जसदेव सिंह निक्का, रोहताश तेतरवाल, मुनीश अरोड़ा, हंस राज सामा, धर्मपाल लाट,अनिल चंदेल, राजन हिंदुस्तानी, डा देव नागरा, सुकेश अरोड़ा, प्रमोद वाधवा, अभिषेक गोदारा, मक्खन सिंह सलारपुर, इकबाल सिंह, परमजीत बाजवा, मास्टर हरबंस लाल, स्वर्ण सिंह, राजिंदर सिंवर, राजकुमार छाबड़ा, लखविंदर सिंह, गुरजीत सिंह, नरेंद्र भटनागर, जगतार सिंह साहुवाला, पवन गोयल, सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।