लोकसभा के बाद विधानसभा का चुनाव भी हारे देवीलाल परिवार के ये सदस्य
लोकसभा के बाद विधानसभा का चुनाव भी हारे देवीलाल परिवार के ये सदस्य
हरियाणा में चौ. देवीलाल परिवार एक बड़ा सियासी घराना रहा है और इस परिवार के 10 सदस्य 31 बार विधायक बन चुके हैं। पिछली बार चौ. देवीलाल परिवार के 4 सदस्य विधायक चुने गए थे। इस बार दो सदस्य चुनाव जीते हैं। डबवाली से चौ. देवीलाल के पौत्र आदित्य देवीलाल विधायक निर्वाचित हुए हैं तो रानियां से चौ. देवीलाल के पड़पौत्र अर्जुन चौटाला विधायक चुने गए हैं। खास बात यह है कि चौ. देवीलाल के परिवार के तीन सदस्य चौ. रणजीत सिंह, चौ. अभय चौटाला व सुनैना चौटाला लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा का चुनाव भी हार गई हैं।
गौरतलब है कि हरियाणा के इस चुनाव में चौ. देवीलाल परिवार के 6 सदस्यों ने किस्मत आजमाई। आदित्य देवीलाल व अर्जुन चौटाला जहां चुनाव जीतने में सफल रहे हैं तो वहीं चौ. रणजीत सिंह रानियां से, चौ. अभय चौटाला ऐलनाबाद से, सुनैना चौटाला फतेहाबाद एवं दिगविजय चौटाला डबवाली से चुनाव हार गए हैं। चौ. देवीलाल परिवार के तीन सदस्य तो संसदीय चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव में पराजित हुए हैं। चौ. रणजीत सिंह ने इस साल मई में हिसार से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था।
पौते के सामने चुनाव हार गए चौ. रणजीत ङ्क्षसह
उल्लेखनीय है कि चौ. रणजीत सिंह साल 2019 में रानियां से आजाद विधायक चुने गए थे। बाद में उन्होंने भाजपा को समर्थन दिया और उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। इसी साल 24 मार्च को रणजीत ङ्क्षसह भाजपा में शामिल हो गए और हिसार लोकसभा से चुनाव लड़ा। वे कांग्रेस के जयप्रकाश से चुनाव हार गए। सितंबर में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने उनकी जगह रानियां से शीशपाल कम्बोज को उम्मीदवार बना दिया। रणजीत सिंह ने भाजपा छोड़ दी और आजाद चुनाव लड़ा। रानियां सीट से इनैलो के उम्मीदवार अर्जुन चौटालाा ने 43 हजार 914 वोट लेते हुए कांग्रेस के सर्वमित्र को 4191 वोटों से पराजित किया। सर्वमित्र को 39 हजार 723 वोट मिले जबकि रणजीत सिंह 36 हजार 401 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
ऐलनाबाद में भरत ङ्क्षसह ने रोक दिया अभय का विजय रथ
खास बात यह है कि चौ. अभय सिंह चौटाला भी इस बार संसदीय चुनाव के बाद विधानसभा के चुनाव में हार गए हैं। मई माह में अभय सिंह ने कुरुक्षेत्र सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा। कुरुक्षेत्र से भाजपा के नवीन जिंदल ने आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी डा. सुशील गुप्ता को पराजित किया। अभय चौटाला चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे। अब उन्हें ऐलनाबाद सीट से कांग्रेस के भरत सिंह बैनीवाल ने पराजित किया है। भरत ङ्क्षसह बैनीवाल ने 77 हजार 865 वोट प्राप्त करते हुए अभय चौटाला को 15 हजार वोटों से पराजित किया है। विशेष बात यह है कि अभय चौटाला ऐलनाबाद से 2010, 2014, 2019 और 2021 में लगातार चार बार विधायक बन चुके हैं। इसी तरह से चौ. देवीलाल की पौत्रवधु सुनैना चौटाला को भी संसदीय चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा है। सुनैना ने इसी वर्ष मई माह में हिसार संसदीय सीट से इनैलो की टिकट पर चुनाव लड़ा था। चुनाव में न केवल उन्हें हार का सामना करना पड़ा, बल्कि उनकी जमानत भी जब्त हो गई। अब विधानसभा चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। फतेहाबाद सीट से कांग्रेस के बलवान दौलतपुरिया ने 86 हजार 172 वोट लेते हुए भाजपा के दुड़ाराम को 2252 वोटों के अंतर से पराजित किया है। दुड़ाराम को 83 हजार 920 वोट मिले जबकि सुनैना चौटाला 9681 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।