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आढ़तियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके जताया रोष

Brokers expressed anger by raising slogans against the government
 
आढ़तियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके जताया रोष
 सिरसा, 4 अप्रैल। सरसों की खरीद आढ़तियों के माध्यम से करने तथा गेहूं पर पूरी दामी देने की मांग पर आढ़तियों द्वारा शुरू किया गया धरना-प्रदर्शन आज चौथे दिन भी जारी रहा। मार्केट कमेटी कार्यालय के आगे चल रहे धरने-प्रदर्शन में उपस्थित आढ़तियों ने नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ रोष जताया और अपनी मांगों को जल्द पूरा करने की अपील की।
आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के प्रधान मनोहर मेहता की अध्यक्षता में चल रहे धरना प्रदर्शन में आज कॉटन एसोसिएशन हरियाणा ने अपना समर्थन दिया है। कॉटन एसोसिएशन के हरियाणा प्रदेशाध्यक्ष सुशील मित्तल, जिलाध्यक्ष पवन गांधी, गर्ग कॉटन से अमर गर्ग, गणपति कॉटन सहित अन्य कॉटन मिल के मालिक धरनास्थल पर पहुंचे और आढ़तियों की मांग को जायज बताते हुए उन्हें जल्द पूरा करने की मांग की। उधर आज भाजपा नेताओं ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर आढ़तियों से बात की। आज सुबह सीएम के पूर्व राजनीतिक सलाहकार जगदीश चोपड़ा, पूर्व विधायक मक्खन सिंगला, पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह राही, अमन चोपड़ा, शीशपाल कंबोज सहित अन्य नेता धरना स्थल पर आढ़तियों के बीच पहुंचे। उधर युवा नेता गोकुल सेतिया ने भी धरनास्थल पर पहुंचकर आढ़तियों को समर्थन दिया। जगदीश चोपड़ा ने कहा कि हम सभी एक ही परिवार के सदस्य हंै। सरकार भी जनहित में काम करती है, लेकिन ये बात तय है कि सरकार में जो भी काम करेगा, उसका विरोध जरूर होगा। उन्होंने कहा कि सरकार काम करती भी है और अच्छा करती है, लेकिन काम को और अच्छा करवाने के लिए सरकार का ध्यान समस्याओं की तरफदिलवाना होगा। चोपड़ा ने कहा कि कोई भी काम या समस्या है, जब तक हम उसका अहसास नहीं करवाएंगे, महसूस नहीं करवाएंगे, तब तक उसका निदान कैसे होगा? आपने सरकार का ध्यान समस्या की तरफ दिलवाया है, इसका परिणाम भी सकारात्मक होगा। गोकुल सेतिया ने कहा कि मैं हमेशा आढ़तियों व व्यापारियों के साथ हूं। जब भी जरूरत होगी, मैं आढ़तियों-व्यापारियों के साथ खड़ा रहूंगा। उन्होंने कहा कि आढ़तियों की मांग जायज है, इसलिए सरकार को जल्द इस तरफ ध्यान देना चाहिए ताकि आढ़तियों को किसी प्रकार का आर्थिक नुकसान न हो।
धरना प्रदर्शन में बोलते हुए प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि सरकार आढ़तियों के साथ ज्यादती कर रही है और उनके कारोबार को बंद करने के लिए विभिन्न हथकंडे अपना रही ह। उन्होंने कहा की काफी वर्षों सें किसान, आढ़ती और मजदूर के रिश्ते को तोडऩे का सरकार प्रयास कर रही है। यदि आढ़त का काम बंद हो गया तो हरियाणा के 25000 आढ़ती और उनके साथ साथ लाखों मुनीम मजदूर भी बेरोजगार होकर अपने घरों को बैठ जायेंगे। प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ जाएगी। उन्होंने बताया पिछले काफी वर्षों से हमारा संघर्ष जारी है लेकिन सरकार अपनी जिद्द पर अड़ी हुई है। आढ़तियों की मांग है कि किसानों की सभी फसलें जैसे कॉटन,  सरसो,  सूरजमुखी,बाजरा इत्यादि और अन्य सभी फसले सरकार द्वारा एमएसपी पर आढ़तियों के माध्यम से ही खरीदी जाए  और आढ़त पूरी 2.5 प्रतिशत मिलनी चाहिए जो कि गेहूं पर लगभग  57 रुपये व धान पर लगभग 56 रुपये बनती है, जबकि  पिछले चार वर्षों से सरकार द्वारा गेहूं पर 46 रुपये और धान पर 45.88 रुपए फिक्स आढ़त दी जा रही है जो की बहुत कम है। उन्होंने कहा कि सरसो और कॉटन  फसलें सरकार हैफेड और कॉटन कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के माध्यम से सीधे किसानों से खरीद रही है  जिससे आढ़ती का कोई कमीशन नहीं बन रहा है जो कि आढ़तियों के साथ अन्याय है। इससे आढ़तियों मे बहुत रोश है। अत:  सरकार से निवेदन है कि सभी फसलें आढ़तियों के माध्यम ही खरीदी जाए और पूरी 2.5 प्रतिशत  आढ़त अदा की जाए या सरकार सरसों और कॉटन को भी भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत खरीद करें जिससे कि हमारी मंडिया खत्म होने से बच सकें। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन के क्रम में कल 5 अप्रैल को सिरसा मंडी में हड़ताल रहेगी। किसी भी फसल की बोली नहीं होगी। इसलिए किसान भाई भी अपनी फसल लेकर मंडी में न जाए। धरने-प्रदर्शन में एसोसिएशन के उपप्रधान प्रेम बजाज, सचिव दीपक मित्तल, कोषाध्यक्ष कुणाल जैन, सह सचिव महावीर शर्मा, सुशील कस्वां, बाबा रामदास,  चिमन मोंगा, धर्मपाल जिंदल, हनीश गर्ग, अंकित अरोड़ा, संजय जैन, नरेंद्र धींगड़ा, सरदार प्रकार सिंह,राजेंद्र नंबरदार, सुधीर ललित, कृष्ण गोयल, हन्नी अरोड़ा, धर्मपाल मेहता, गुरजंट सिंह  सहित बड़ी संख्या में आढ़ती मौजूद थे।
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