मोटा अनाज : मोटे अनाज की खेती के लिए सरकार देगी 2000 रुपये नकद, ऐसे उठा सकते हैं फायदा , जानिए कैसे करे आवेदन

सरकार किसानों के लिए समय-समय पर कई योजनाएं चला रही है. ताकि धरती पुत्रों का कल्याण हो सके। ऐसे में मोटे अनाज की खेती और इसे खाने से होने वाले फायदों को देखते हुए राज्य और केंद्र सरकारें मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा दे रही हैं.
बता दें कि सरकार की ओर से अधिक से अधिक लोगों को इस फसल की खेती से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसी तरह सरकार मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए भी काम कर रही है. पोषक अनाज पोषक अनाज कार्यक्रम के तहत सभी मोटे अनाजों की खेती के लिए अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। यह भी निर्धारित करता है कि कौन सा मोटा अनाज कितने एकड़ में उगाया जाएगा।
मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार किसानों को आर्थिक सहायता भी देगी. कृषि मद के लिए किसानों को 2,000 रुपये की नकद सब्सिडी दी जाएगी. किसान इसे अपनी इच्छानुसार खेती में खर्च कर सकेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ज्वार, बाजरा, रागी, बाजरा, सांवा और चीना की खेती की जाएगी. किसानों को ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. इसके लिए अलग से सब्सिडी दी जाएगी. साथ ही उनके बीज के लिए भी लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है.
वहीं किसानों को मोटे अनाज के बीज पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिए जाएंगे. इसके लिए तैयारी की जा रही है. विभाग के कर्मियों के अनुसार वर्ष 2024-2 के लिए खाद्य एवं पोषण सुरक्षा कृषोन्नति योजना और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत पोषक अनाज कार्यक्रम के तहत क्लस्टर का निर्माण किया जा रहा है.