डबवाली में दिग्विजय-किसान प्रकरण पर मीडिया से रू-ब-रू हुए किसान पदाधिकारी कहा, जवाब नहीं देने पर दिखाएंगे काले झंडे
सिरसा। बीजेपी-जेजेपी का जो भी नेता गांवों में आएगा, संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के आह्वान पर शांतिपूर्वक तरीके से किसानों द्वारा उनसे सवाल जवाब किए जाएंगे। अगर वो किसानों के सवालों के जवाब नहीं देते हंै तो उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे। डबवाली में भी जजपा के महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला से किसानों ने सवाल-जवाब ही किए थे,
लेकिन जवाब देने की बजाय उल्टा उन्होंने सवाल पूछने वाले किसानों को नशेड़ी की संज्ञा दे डाली और इनेलो का षडयंत्र बताया। उक्त बातें एसपी मसीतां व हरियाणा किसान एकता से अध्यक्ष मनदीप सिंह ढिल्लों ने सिरसा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने बताया कि पिछले चुनावों में जनता ने बीजेपी के खिलाफ वोट डालकर जजपा की झोली में 10 सीटें डाली, लेकिन सत्ता सुख को सर्वोपरि मानते हुए ये लोग बीजेपी की गोद में जा बैठे। साढ़े चार साल सत्त्ता सुख भोगने के बाद जब बीजेपी ने गठबंधन तोड़ा तो फिर से ये लोग जनता के बीच जाकर समर्थन की दुहाई दे रहे हंै।
इतना ही नहीं 2021 में जब किसान आंदोलन चला था, तब भी इन लोगों ने बजाय किसानों का समर्थन करने के अपने घरों में जाकर छिपकर बैठ गए। इतना ही नहीं, झूठा प्रचार किया कि वे किसानों के साथ हंै और किसान आंदोलन में जजपा ने बढ़चढक़र सहयोग किया। सहयोग तो दूर की बात है, इन लोगों के मुंह से किसान आंदोलन में शहीद हुए 750 से अधिक किसानों के लिए भी दो शब्द नहीं निकले। यही नहीं जब विगत दिवस हुए घटनाक्रम को लेकर प्रशासन को भी किसानों को डराने के लिए शिकायत की गई, लेकिन वे इस प्रकार की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं।
मसीतां ने कहा कि उनका संगठन आजाद संगठन है और उसका किसी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं है। किसान किसी भी पार्टी का विरोध नहीं करेंगे, बल्कि जो भी नेता वोट मांगने आएगा, उससे सवाल-जवाब जरूर करेंगे, ताकि लोगों को इन लोगों की हकीकत का पता चल सके। इस मौके पर बीकेई अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने कहा कि किसान शांतमयी तरीके से अपने सवाल-जवाब राजनीतिक दलों के लोगों से करेगा। अगर वे जवाब देते हंै तो ठीक, अन्यथा उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे और गांवों में नहीं घुसने दिया जाएगा।
किसानों का मकसद राजनीतिक दलों के विरोध का नहीं है, बल्कि लोगों को इन लोगों की सच्चाई से अवगत करवाना है, किस प्रकार ये लोग झूठे वादे कर हर बार वोट हथिया कर सत्त्ता में बैठकर मलाई खाते हंै और जनता को त्राहि-त्राहि करने पर मजबूर कर देते हंै। इस मौके पर जसवीर सिंह अलीकां, जगदीप सिंह लोहगढ़, अमरीक सिंह माखां, खुशदीप सिंह हैबुआना, बोहड़ सिंह मिठड़ी सहित अन्य किसान उपस्थित थे।