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शिकायत के बाद भी उपायुक्त व विभागीय अधिकारी नहीं ले रहे संज्ञान सेंट जेवियर स्कूल के बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे निजी वाहन संचालक

Even after complaint, Deputy Commissioner and departmental officers are not taking cognizance. Private vehicle operators are playing with the future of the children of St.
 
vEven after complaint, Deputy Commissioner and departmental officers are not taking cognizance. Private vehicle operators are playing with the future of the children of St.
सिरसा। सेंट जेवियर स्कूल प्रबंधन बच्चों को घर से लाने व ले जाने को लेकर सुरक्षा के मद्देनजर जरा भी गंभीर नहीं है। स्कूल के पास अपना कोई वाहन नहीं है, जिसका खुलासा सीएम विंडो के तहत लगाई शिकायत के जवाब में स्कूल प्रबंधन ने दिया है। यही नही जिला उपायुक्त व खंड शिक्षा अधिकारी को भी स्कूल स्टाफ द्वारा शिकायत की गई, लेकिन किसी ने भी समस्या के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई। उपायुक्त व खंड शिक्षा अधिकारी को दिए शिकायत पत्र में स्कूल स्टाफ सदस्यों कृष्ण, अनिल कुमार, रामेश्वर, अनिल, नरेश शर्मा, हरभगवान, सुखवंत सिंह, राजेश ने बताया कि स्कूल प्रबंधन द्वारा ट्रांसपोर्ट की कोई व्यवस्था स्कूल में आने वाले बच्चों के लिए नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि अभिभावकों द्वारा स्वयं ही वाहनों की व्यवस्था की गई है, जोकि बच्चों के भविष्य से सरेआम खिलवाड़ है। परिवहन माफिया निर्दोष छात्रों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। करीबन 50 वर्षांे से स्कूल चल रहा है और अनेक हादसे भी इस दौरान हो चुके हंै। गनीमत ये रही की इन हादसों में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। स्टाफ सदस्यों ने बताया कि 95 प्रतिशत बसें बिना दस्तावेजों के चल रही हैं। वाहन संचालकों के पास वैध प्रदूषण, वैध बीमा, फिटनेस प्रमाणपत्र, भारी लाइसेंस, रूट परमिट सहित कोई भी दस्तावेज नहीं है। सरकार के नियमों और सीबीएसई के मानदंड के अनुसार सीसीटीवी और प्रत्येक वाहन में महिला सहायक अनिवार्य है, लेकिन वाहन चालक किसी भी शर्त को पूरा नहीं करते। स्टाफ सदस्यों ने कहा कि अक्सर देखा गया है कि प्रशासन किसी बड़े हादसे के बाद ही आंखें खोलता है। यहां भी शायद प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है।
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