भाई कन्हैया मानव सेवा ट्रस्ट के मुख्य सेवादार गुरविंदर सिंह को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से किया अलंकृत
25 जनवरी 2024 को भाई कन्हैया मानव सेवा ट्रस्ट के मुख्य सेवादार सरदार गुरविंदर सिंह जी को पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित करने के लिए नाम चयनित किया गया था जोकि गति दिवस 22 अप्रैल 2024 को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा सरदार गुरविंदर सिंह जी को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह जी, श्री एस जयशंकर विदेश मंत्री वह अन्य राष्ट्रीय मंत्रिमंडल की मौजूदगी में पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया।
सरदार गुरविंदर सिंह जी का 4 जनवरी 1970 में जन्म हुआ 5 भाई बहनों में से सबसे छोटे हैं। गुरविंदर सिंह जी मैट्रिक पास करने के बाद अपने पिता सरदार जोगिंदर सिंह जी के साथ अपनी वेल्डिंग की दुकान पर पिता के साथ काम में हाथ बड़ाने लगे | इनका 1 अक्टूबर 1995 को सर्वजीत कौर जी के साथ ऐलनाबाद में विवाह हुआ, 25 नवंबर 1996 को उनके घर पुत्र ने जन्म लिया, कुछ समय बीतने के बाद 7 जून 1997 में स्कूटर पर ऐलनाबाद से सिरसा आते हुए रास्ते में ट्रक के साथ टक्कर होने से एक्सीडेंट के कारण शरीर पर गंभीर चोटें आई जिसके बाद काफी लंबे समय तक लुधियाना डीएमसी हॉस्पिटल में एडमिट रहे, वहा कुछ समाजसेवियों द्वारा दूध ब्रेड की सेवा को लेकर बहुत उत्साहित हुए और अपने मन में
धार लिया कि जैसे ही ठीक होने के बाद सिरसा में ऐसी कोई समाज सेवा के कार्य किए जाएंगे। डीएमसी अस्पताल में 3 महीने भर्ती रहने के बाद डॉक्टरों द्वारा बता दिया गया कि इन्हें आगे की सारी उम्र अब व्हील चेयर पर ही गुजारनी पड़ेगी, इन बातों से अपना हौसला ना हारकर अपने कुछ मित्रों के साथ मिलकर सिरसा में कोई समाज सेवा के कार्य शुरू करने की ठान ली |
1 जून 2005 से सामान्य अस्पताल सिरसा में मरीज को निशुल्क दुध सेवा, 13 अगस्त 2006 को रक्तदान शिविर, 2008 में एंबुलेंस फ्री सर्विस सिरसा, ऐलनाबाद, रानियां में शुरू की गई। जिसमे अब तक लगभग 11600 लोगों को आपात मदद दी गई है, 2011 में सिरसा ब्रांच भाई कन्हैया आश्रम शुरू किया गया जिसमें मंदबुद्धि -लावारिस महिलाओं को शरण देने का कार्य शुरू किया गया | 2016 में भाई कन्हैया आश्रम ब्रांच मोरीवाला का उद्घाटन किया गया जिसमें मंदबुद्धि -लावारिस महिलाएं, पुरुष, बुजुर्ग व बच्चे जिनको शरण देकर उनका इलाज, खाने- पीने का प्रबंध करना शुरू किया गया जिसमें आज भी लगभग 400 लोग शरण ले रहे है
| 2023 में भाई कन्हैया शिक्षा संस्थान प्राइवेट स्कूल का उद्घाटन करके 230 बच्चों को फ्री शिक्षा देने का कार्य शुरू किया गया जोकि आगे निरंतर बढ़ता जा रहा है व स्कूल की सेवा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधारोपण अभियान भाई कन्हैया नर्सरी बनाई गई आसपास के गांव को फ्री पौधारोपण वितरित किया गया आधा एकड़ जगह में जंगल लगाया गया रक्तदान शिवरों का आयोजन भाई कन्हैया निशुल्क जल सेवा इन सभी सेवाएं व आम जन के सहयोग से चल रही है, इन सभी सेवाओं के चलते ही सभी के सहयोग से आज सरदार गुरविंदर सिंह जी को पदम श्री अवार्ड से सम्मान मिला है।
भाई कन्हैया परिवार व सिरसा जिले के लिए बहुत ही गौरव की मिसाल है