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हल्द्वानी हर गली-छत से हमला, घर में आगजनी, मौत का मंजर.. महिला पुलिसकर्मी ने बताई खौफनाक आपबीती

Haldwani, attack from every street and rooftop, arson in the house, scene of death... Female policeman told her horrifying ordeal.
हल्द्वानी

हल्द्वानी: उत्तराखंड का हल्द्वानी गुरुवार को सुलग उठा। नजूल भूमि पर बने अवैध मदरसे और नमाज स्थल को ध्वस्त करने के बाद उपद्रव शुरू हो गया। बड़ी संख्या में लोग जख्मी हुए हैं, जबकि 6 लोगों के मौत की सूचना भी है। इस दौरान हुए पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए हैं। वहीं उपद्रवियों ने कई वाहनों में भी आग लगा दी है। इलाके की स्थिति तनावपूर्ण है। बढ़ती हिंसा को देखते हुए जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं। खाकी को भी नहीं बख्शा गया। दौड़ाकर पीटा गया। खाकी भी खून से सन गई। इस हमले का शिकार हुईं एक महिला पुलिसकर्मी ने अपने साथ हुई खौफनाक आपबीती को मीडिया को बताया है।
नैनीताल जिले के हल्द्वानी में हुए दंगे का शिकार बनीं महिला पुलिसकर्मी ने बताया कि जब उपद्रव शुरू हुआ तो वे लोग जान बचाने के लिए पास के एक घर में घुस गए। उन्होंने बताया कि 15 से 20 की संख्या में वे लोग घर के अंदर गए। तभी बाहर उपद्रवियों ने आग लगाई और पथराव भी शुरू किया। काफी मुश्किल से जान बचाकर वहां से आए।

अस्पताल में इलाज करा रहीं पुलिसकर्मी ने आगे बताया, 'बहुत बुरी कंडीशन थी। चारों तरफ से पथराव हो रहे थे। गलियों से, घरों से, ऊपर छतों से पत्थरबाजी हो रही थी। बचना ही मुश्किल नजर आ रहा था। पत्थर और शीशे भी चलाए जा रहे थे। जिस आदमी ने हमें बचाया, उसके दरवाजे और मकान को तोड़ दिया। फोर्स आई तब कहीं जाकर हम लोग मुश्किल से निकले। उस दौरान भी हमला हो रहा था।'

उन्होंने बताया कि काफी दर्द है, जिससे चला नहीं जा रहा है। इंजेक्शन लग गया है और एक्स-रे भी हुआ है। अभी उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। फिलहाल 200 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हैं जबकि कई पत्रकार और नगर निगम के कर्मचारी भी घायल हैं। वहीं उपद्रवियों ने कई वाहनों में भी आग लगा दी है। इलाके की स्थिति तनावपूर्ण है। बढ़ती हिंसा को देखते हुए जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं हल्द्वानी में कल सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं।

गौरतलब है कि बीते कई दिनों अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार को यहां के 'मालिक के बगीचे' इलाके में सरकारी जमीन पर बनी मस्जिद और मदरसा को ध्वस्त किया गया। इस दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प भी हुई। कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए।

हालत इतने ज्यादा बिगड़ गए की अराजक तत्वों ने बनभूलपुरा थाने में पथराव कर दिया। कई सरकारी गाड़ियों को निजी गाड़ियों को आज के हवाले कर दिया है। सूत्रों के हवाले से यह भी पता चला है कि बनभूलपुरा इलाके से कई राउंड फायरिंग भी की गई है। इसी के साथ नैनीताल जिला प्रशासन ने दंगा प्रभावित क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है। वहीं दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं।

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