logo

हरियाणा राजनीति: चौधरी रणजीत सिंह चौटाला का बड़ा बयान Abhay Choutala ने मेरी मुखालफत की, मैंने उसको हरा दिया?

 हरियाणा राजनीति
 हरियाणा राजनीति: चौधरी रणजीत सिंह चौटाला का बड़ा  बयान Abhay Choutala ने मेरी मुखालफत की, मैंने उसको हरा दिया?
चौधरी रणजीत सिंह चौटाला

चुनाव के नतीजे: "जो जीता वही सिकंदर"
चौधरी रणजीत सिंह चौटाला ने हाल ही में सिरसा में कार्यकर्ताओं और समर्थकों से मुलाकात की। चुनाव परिणामों के सवाल पर उन्होंने कहा, "चुनाव में हार-जीत तो होती रहती है। जो जीता वही सिकंदर और जो हार गया, उसे अपनी कमियों से सीख लेनी चाहिए।"

चौटाला ने कहा कि चुनाव परिणाम जनता के मतों का सम्मान है और हार के लिए किसी भी प्रकार की बूथ कैप्चरिंग या ईवीएम में छेड़छाड़ को दोष नहीं दिया जा सकता। उन्होंने बताया कि राजनीतिक संघर्ष में परिवार की आपसी खींचतान ने नुकसान पहुंचाया है।

परिवार और राजनीति पर बयान
चौधरी देवीलाल के परिवार के एकजुट होने की संभावनाओं पर उन्होंने कहा, "देवीलाल जैसी शख्सियत का कोई मुकाबला नहीं है। उनके बाद ऐसा कोई नेता नहीं है जिसे पूरी तरह स्वीकारा जा सके। परिवार में एकता की बात दूर की संभावना है। हर व्यक्ति को लगता है कि वही सबकुछ है, जबकि सच्चाई अलग है।"

उन्होंने बताया कि उनके परिवार की राजनीतिक खींचतान ने सिरसा क्षेत्र में पार्टी के प्रदर्शन पर असर डाला।

शादियों का मौसम और सामाजिक जुड़ाव
शादियों के मौसम में चौटाला ने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से मुलाकात के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "संबंध सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। जहां रिश्ते होते हैं, वहां व्यक्ति जरूर जाता है।"

उन्होंने स्वीकार किया कि शादी और सामाजिक आयोजनों में शामिल होने की उनकी आदत ने उन्हें जनता के करीब बनाए रखा है।

विकास कार्यों पर विचार
चौटाला ने रानिया में हुए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि 500 करोड़ रुपये से ज्यादा के प्रोजेक्ट पूरे हुए, लेकिन कांग्रेस की लहर ने नतीजों को प्रभावित किया। उन्होंने माना कि चुनावी नतीजे अप्रत्याशित थे, और जनता के जनादेश को स्वीकार करना होगा।

नई परिसीमन पर चर्चा
हरियाणा में नई परिसीमन पर उन्होंने कहा, "देश की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, इसलिए लोकसभा और विधानसभा सीटों की संख्या में इजाफा होना स्वाभाविक है। सिरसा में दो-तीन नई विधानसभा सीटें बन सकती हैं। परिसीमन का काम एक व्यवस्थित प्रक्रिया के तहत होगा।"

चंडीगढ़ विवाद पर प्रतिक्रिया
हरियाणा और पंजाब के बीच चंडीगढ़ के मुद्दे पर चौटाला ने स्पष्ट कहा, "पंजाब गलत कर रहा है। जब चंडीगढ़ बना था, तब यहां के लोगों ने हरियाणा के पक्ष में अपनी राय दी थी। शाह कमीशन की रिपोर्ट ने भी इसे हरियाणा को सौंपने की सिफारिश की थी।"

रानिया की जनता के लिए संदेश
रानिया की जनता को संदेश देते हुए उन्होंने कहा, "चुनाव के बाद भी मेरी मित्रता और जुड़ाव हमेशा कायम रहेगा। मैं हमेशा अपने क्षेत्र के लोगों के साथ हूं। मेहनत करते रहिए, क्योंकि मेहनत ही जिंदगी को बेहतर बनाती है।"


यह लेख हरियाणा के वरिष्ठ नेता चौधरी रणजीत सिंह चौटाला के बयानों और चुनावी विश्लेषण पर आधारित है। इसमें परिवार की राजनीति, शादियों में सामाजिक जुड़ाव, विकास कार्यों की चर्चा और चंडीगढ़ विवाद पर उनके विचार शामिल हैं।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now