हरियाणा में हुई भारी ओलावृष्टि,फसलों को हुआ नुकसान, किसानों ने की गिरदावरी करा मुआवजे की मांग

हरियाणा में ओलावृष्टि का कहर: किसानों की फसलों पर भारी असर
हरियाणा में शुक्रवार सुबह से शुरू हुई बारिश
हरियाणा में शुक्रवार की सुबह 3:00 से 4:00 बजे के करीब बारिश शुरू हुई, जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी झलकने लगी। लेकिन जैसे-जैसे दिन बीता, बारिश के साथ ओलावृष्टि ने किसानों की इस खुशी को मायूसी में बदल दिया।
ओलावृष्टि से सफेद चादर में ढके खेत
हरियाणा के कई इलाकों में जबरदस्त ओलावृष्टि हुई, जिससे जमीन पूरी तरह सफेद चादर में ढक गई। कई जिलों में नजारा शिमला और हिमाचल की बर्फबारी जैसा लग रहा था। हिसार और हांसी क्षेत्र से आई तस्वीरों में खेत पूरी तरह ओलों से ढके नजर आ रहे हैं।
किसानों की फसलों पर भारी नुकसान
ओलावृष्टि का सबसे अधिक असर किसानों की फसलों पर पड़ा है। सरसों, गेहूं, और सब्जियों की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। यह स्थिति किसानों के लिए बेहद दुखद और भयावह है।
मौसम विभाग की चेतावनी जारी
मौसम विभाग ने हरियाणा के 11 जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट पहले ही जारी किया था। अब विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए बताया है कि अगले कुछ घंटों में तेज बारिश और 30-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली ठंडी हवाएं क्षेत्र में जारी रहेंगी। तापमान में भारी गिरावट के कारण सर्दी बढ़ने की संभावना है।
प्रशासन की सलाह: ठंड से बचाव के उपाय करें
प्रशासन ने लोगों को ठंड से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है। सिर और पैरों को ढककर रखें और अपने पशुओं को भी सुरक्षित स्थान पर रखें।
जरूरतमंदों की मदद करें
प्रशासन और स्थानीय नागरिकों से अपील की गई है कि अगर आपके आसपास कोई बेसहारा व्यक्ति हो, तो उसकी देखभाल जरूर करें। यह समय एक-दूसरे का साथ देने का है।
आगे क्या?
ओलावृष्टि और बारिश से प्रभावित क्षेत्रों के हालात गंभीर बने हुए हैं। किसानों और स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और राहत कार्य में जुटा है।
निष्कर्ष
यह प्राकृतिक आपदा हरियाणा के किसानों के लिए एक बड़ा झटका है। उनकी मेहनत की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। प्रशासन और समाज को मिलकर इस संकट से उबरने के लिए कदम उठाने होंगे।