कांग्रेस सरकार बनने पर बदमाशों और नशे को हरियाणा में नहीं रहने देंगे- हुड्डा
फतेहाबाद, 12 जुलाईः कांग्रेस सरकार बनने पर बदमाशों और नशे को हरियाणा में नहीं रहने देंगे। कानून व्यवस्था को सुधारकर अपराध पर अंकुश लगाना और हर नागरिक के जानमाल की सुरक्षा करना कांग्रेस सरकार की जिम्मेदारी होगी। ये ऐलान किया है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने। हुड्डा आज फतेहाबाद में ‘धन्यवादी कार्यकर्ता सम्मेलन’ को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी उनके साथ मौजूद थे। यहां पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने दोनों नेताओं का जोरदार स्वागत किया। धन्यवादी सम्मेलन कार्यकर्ताओं के भारी उत्साह और भीड़ के चलते बड़ी जनसभा में तब्दील हो गया। हुड्डा और चौ. उदयभान ने सभी कांग्रेसजनों की हौसला अफजाई की और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी सैलजा को जिताने के लिए लोगों का आभार व्यक्त किया।
अपने संबोधन में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज प्रदेश में बीजेपी की यू-टर्न और फ्लॉप योजनाओं वाली सरकार चल रही है। 10 साल में इस सरकार की कोई भी योजना सफल और जनहितैषी साबित नहीं हुई। इसीलिए अब तमाम फैसलों से बीजेपी को यू-टर्न लेना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार की पहली प्राथमिकता जनता के जान-माल की सुरक्षा होती है। इसलिए कांग्रेस सरकार ने प्रदेश से बदमाशों और गैंगस्टरों के आंतक का खात्मा कर दिया था। हमने बीजेपी को एक सुरक्षित और विकसित हरियाणा सौंपा था। लेकिन मौजूदा सरकार ने प्रदेश को क्राइम स्टेट बनाकर रख दिया है। हत्या, फिरौती, लूट जैसी वारदातें आम हो गई हैं और बीजेपी ने हर गांव, मोहल्ले व घर-घर तक नशा पहुंचा दिया है। कांग्रेस प्रदेश से अपराध और नशे को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध और अपनी सुरक्षा को लेकर आंदोलित व्यापारियों से उनकी जानमाल की सुरक्षा का वादा करती है।
हुड्डा ने बताया कि कांग्रेस की तरफ से प्रदेश की बीजेपी सरकार के खिलाफ 15 सवालों की चार्जशीट जारी की गई है। इस चार्जशीट और कांग्रेस की घोषणाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए पार्टी ने ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ नाम से नए अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान को सफल बनाना प्रत्येक कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सम्मेलन के मंच से ऐलान किया कि कांग्रेस सरकार बनने पर बुजुर्गों को 6000 रुपये पेंशन दी जाएगी और कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाएगा। सरकारी विभागों में खाली पड़े 2 लाख से ज्यादा पदों पर पक्की भर्तियां होंगी। हरियाणा में भी राजस्थान की कांग्रेस सरकार की तर्ज पर 25 लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा की योजना लागू की जाएगी। महंगाई से राहत देने के लिए 300 यूनिट मुफ्त बिजली और 500 में गैस सिलेंडर दिया जाएगा। फिर से गरीब, एससी और ओबीसी के लिए 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट व मकान देने की योजना को शुरू की जाएगी। खिलाड़ियों के लिए ‘पदक लाओ, पद पाओ’ की नीति को दोबारा लागू किया जाएगा। पिछड़ा वर्ग को आरक्षण का पूरा लाभ देने के लिए क्रीमी लेयर की लिमिट को 6 से बढ़ाकर 10 लाख किया जाएगा।
अपने संबोधन में चौधरी उदयभान ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार का साफ संकेत दे दिया है। इसलिए जो बीजेपी फैमिली आईडी और प्रॉपर्टी आईडी को अपनी उपलब्धि बताती थी, वो इन योजनाओं की खामियों को स्वीकार करने लगी है। बीजेपी के ऐसे गड़बड़झालों का खामियाजा लाखों लोगों को अपनी पेंशन और राशन कार्ड गंवाकर चुकाना पड़ा।
चौ. उदयभान ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के विकास को नई रफ्तार दी थी। कांग्रेस कार्यकाल में 81 किलोमीटर मेट्रो तक हरियाणा में मेट्रो आई, 4 बिजली के कारखाने लगे और फतेहाबाद में परमाणु संयंत्र स्थापित हुआ। 18 विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय, 6 मेडिकल कॉलेज स्थापित हुए। 1600 करोड़ के बिजली बिल और 2200 करोड़ रुपये के किसानों के कर्जे माफ किए गए। साथ ही हरिजन कल्याण निगम और बैकवर्ड कल्याण निगम का 487 करोड़ का कर्ज माफ किया था। प्रदेश पर 1966 से लेकर 2014 तक सिर्फ 70 हजार करोड़ का कर्जा था।
लेकिन अपने पूरे कार्यकाल में बीजेपी ने ना कोई बड़ी यूनिवर्सिटी बनाई, ना कोई नया बड़ा अस्पताल बनाया, ना कोई नया मेडिकल कॉलेज पूरा बनके चालू किया, ना कोई बड़ा उद्योग लगाया, ना एक इंच मेट्रो आगे बढ़ाई, ना नई रेलवे लाइन बिछाई और ना कोई पावर प्लांट लगाया। फिर इस सरकार ने प्रदेश पर साढ़े चार लाख करोड़ का कर्जा चढ़ा दिया। आज हर बच्चा हरियाणा में 1 लाख 62 हजार का कर्ज सिर पर लेकर पैदा होता है। आज प्रदेश में ना नए उद्योग आ रहे हैं, ना नया निवेश हो रहा है और रोजगार सृजन हो पा रहा है। सरकारी विभागों में 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं। अग्निवीर और कौशल निगम जैसी योजनाओं के जरिए युवाओं का शोषण हो रहा है। कांग्रेस युवाओं को बेरोजगारी और शोषण से मुक्ति दिलाना चाहती है।
कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व मंत्री परमवीर सिंह, पूर्व सीपीएस प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा, पूर्व विधायक जनरल सिंह, निशान सिंह, पूर्व सांसद डॉ. सुशील इंदौरा, पूर्व विधायक कुलबीर बैनीवाल, रामनिवास घोड़ेला, नरेश सेलवाल, भारत सिंह बेनीवाल, डॉ वीरेंद्र सिवाच और रणधीर सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता भी विशेष तौर पर मौजूद रहे।