ऐसे करें खाद असली या नकली की पहचान, फसल नहीं होगी ख़राब
खाद का सही चुनाव फसल की गुणवत्ता और पैदावार पर सीधे असर डालता है, जबकि नकली खाद से न केवल फसलें खराब होती हैं, बल्कि पर्यावरण और किसान की आर्थिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि खाद असली है या नकली। यहां कुछ तरीके दिए गए हैं, जिनसे आप खाद की असलियत की पहचान कर सकते हैं:
खाद की असली और नकली पहचान के तरीके:
खाद का पैकेजिंग चेक करें:
खाद की असली पैकिंग पर निर्माता का नाम, पंजीकरण नंबर, और निर्माण तिथि साफ तौर पर लिखा होता है।
नकली खाद में अक्सर पैकेजिंग की गुणवत्ता खराब होती है। कागज की गुणवत्ता, मुद्रण या लेबल में असमानताएं हो सकती हैं।
हमेशा Fertilizer Control Order (FCO) के तहत पंजीकृत खाद खरीदें, जो असली उत्पाद की पहचान है।
किसान निर्माता कंपनी से खाद की जांच:
खाद खरीदते समय निर्माता कंपनी की वेबसाइट या कस्टमर हेल्पलाइन पर खाद के बैच नंबर से उसकी असलियत की पुष्टि कर सकते हैं। अधिकांश कंपनियां अपने उत्पाद की असली पहचान ऑनलाइन उपलब्ध कराती हैं।
आप स्थानीय कृषि विभाग से भी जानकारी ले सकते हैं।
खाद के रंग और गंध पर ध्यान दें:
नाइट्रोजन (Urea): असली यूरिया सफेद या हल्के ग्रे रंग की होती है और उसमें किसी भी प्रकार की असामान्य गंध नहीं होती।
DAP (Diammonium Phosphate): असली DAP में हल्का गुलाबी रंग होता है और उसमें खट्टे या अम्लीय गंध होती है।
नकली खाद में अक्सर रंग और गंध में असमानताएं होती हैं। इसमें रंग का बदलाव या बहुत तेज गंध हो सकती है, जो संकेत देती है कि यह नकली हो सकती है।
जल में घुलने की जांच:
असली यूरिया, DAP और अन्य उर्वरक जल में जल्दी घुलते हैं। यदि आप इन्हें पानी में डालते हैं, तो असली खाद आसानी से घुल जाती है।
नकली खाद में घुलने में समय लगता है या यह पूरी तरह से घुलती ही नहीं है, क्योंकि इसमें मिलावट होती है।
ग्रिट और घुलनशीलता की जांच:
असली खाद में कोई भी असामान्य ठोस कण या मलबा नहीं होता। अगर खाद में छोटे-छोटे कण या रेत जैसी चीजें मिलती हैं, तो यह नकली हो सकती है।
असली खाद में जल्दी घुलनशीलता होती है, जबकि नकली खाद में यह प्रक्रिया धीमी होती है।
खाद का pH स्तर जांचें:
खाद का pH स्तर सही होना चाहिए, खासकर डीएपी और यूरिया का। असली खाद का pH स्तर नियंत्रित होता है, लेकिन नकली खाद में pH असंतुलित हो सकता है।
आप स्थानीय कृषि प्रयोगशाला में खाद का pH टेस्ट करवा सकते हैं।
कृषि विभाग से जांच कराएं:
यदि आपको खाद की गुणवत्ता पर संदेह है, तो आप अपने नजदीकी कृषि विभाग से खाद की सैंपलिंग करवा सकते हैं। सरकारी प्रयोगशालाओं में खाद के नमूनों की जांच की जाती है, जिससे आप सटीकता से खाद की असलियत जान सकते हैं।
नकली खाद के नुकसान:
फसल की उपज में कमी: नकली खाद फसल की वृद्धि में रुकावट डालती है और उपज में कमी ला सकती है।
मिट्टी की सेहत पर असर: नकली खाद मिट्टी की पोषण क्षमता को कमजोर करती है, जिससे दीर्घकालिक रूप से फसल की उपज प्रभावित होती है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव: नकली खाद में हानिकारक रसायन हो सकते हैं, जो मिट्टी में समा कर फसल के जरिए मानव शरीर में पहुंच सकते हैं।
नुस्खे:
खाद खरीदते समय हमेशा भरोसेमंद विक्रेता से ही खरीदें।
खाद की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए विशेषज्ञों की सलाह लें।
अगर संभव हो, तो खाद को खेत में उपयोग करने से पहले छोटे क्षेत्र में टेस्ट करें, ताकि नुकसान से बचा जा सके।
इन तरीकों से आप खाद की असली और नकली पहचान आसानी से कर सकते हैं और अपनी फसल को नुकसान से बचा सकते हैं।