IAS Smita Sabharwal : 'ब्यूटी विद ब्रेन' की मिसाल हैं ये महिला आईएएस ऑफिसर, 23 साल की उम्र में यूपीएससी क्रैक कर रचा इतिहास
आईएएस स्मिता सभरवाल: यूपीएससी को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है.
आज हम आपको एक ऐसी आईएएस ऑफिसर के बारे में बताने जा रहे हैं जो ब्यूटी विद ब्रेन की मिसाल हैं।
तेलंगाना की आईएएस अधिकारी स्मिता सभरवाल देश की उन चुनिंदा महिलाओं में शामिल हैं जिन्हें 'ब्यूटी विद ब्रेन' कहा जाता है। तेज़-तर्रार ऑफिसर स्मिता को स्वभाव से भी बेमिसाल सुंदरता का वरदान प्राप्त है और वह अक्सर अपने स्टाइल के कारण सोशल मीडिया पर चर्चा में रहती हैं।
तेलंगाना चुनाव के दौरान किसी ने उनके बारे में लिखा था कि वह राज्य छोड़ने पर विचार कर रही हैं, जिससे हंगामा मच गया लेकिन स्मिता ने एक लंबी पोस्ट लिखी और अफवाह फैलाने वालों की ऐसी क्लास लगाई कि लोग जिंदगी भर नहीं भूलेंगे.
स्मिता सभरवाल की जर्नी काफी प्रेरणादायक है
आईएएस अधिकारी स्मिता सभरवाल का अब तक का सफर काफी प्रेरणादायक रहा है। खूबसूरती में बड़ी-बड़ी अभिनेत्रियों को मात देने वाली स्मिता सभरवाल बचपन से ही बहुत प्रतिभाशाली थीं।
स्मिता का जन्म दार्जिलिंग में एक बंगाली परिवार में हुआ था
स्मिता का जन्म 19 जून 1977 को दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल में एक बंगाली परिवार में हुआ था। उनके पिता कर्नल प्रणब दास एक सेना अधिकारी थे इसलिए उन्होंने बचपन से ही घर में अनुशासन और देशभक्ति देखी है। देश के लिए कुछ करने का जुनून ही उन्हें यूपीएससी तक ले गया।
23 साल की उम्र में यूपीएससी क्रैक कर इतिहास रच दिया
स्मिता 12वीं कक्षा में ICSE परीक्षा में ऑल इंडिया टॉपर थीं, फिर उन्होंने हैदराबाद के सेंट फ्रांसिस कॉलेज फॉर विमेन से कॉमर्स में बीए किया और फिर उन्होंने 23 साल की उम्र में यूपीएससी यानी संघ लोक सेवा आयोग क्रैक किया और सफलता का एक नया इतिहास लिखा। दिया गया था।
स्मिता ने ऑल इंडिया में चौथी रैंक हासिल की थी
आपको बता दें कि स्मिता ने संघ लोक सेवा आयोग में ऑल इंडिया में चौथी रैंक हासिल की थी, जब उन्होंने यह परीक्षा पास की तो वह महज 23 साल की थीं, देश की सबसे कम उम्र की आईएएस बनने के पीछे उनकी रात-रात की मेहनत थी। वह हर दिन 6 घंटे पढ़ाई करती थीं, यह उनकी लगन और कड़ी मेहनत ही थी जिसने उन्हें सफलता के शीर्ष पर पहुंचाया।
स्मिता को द पीपल्स ऑफिसर के नाम से भी जाना जाता है
वह मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्त होने वाली पहली महिला आईएएस अधिकारी हैं, वह वर्तमान में तेलंगाना सरकार में मुख्यमंत्री के सचिव के रूप में कार्यरत हैं और उन्हें पीपुल्स ऑफिसर के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में "अम्माललाना" अभियान शुरू किया था, जिसे अभूतपूर्व सफलता मिली और इसके लिए उन्हें प्रधान मंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
स्मिता की शादी आईपीएस अधिकारी अकुन सभरवाल से हुई और उनके दो बच्चे हैं
उन्होंने आईपीएस अकुन सभरवाल से शादी की है, हालांकि यह प्रेम विवाह नहीं था, दरअसल आईएएस स्मिता सभरवाल और आईपीएस अकुन सभरवाल, दोनों के पिता सेना में थे और रिश्ता दोनों की सहमति से तय हुआ था लेकिन खास बात यह है कि नजदीकियां मसूरी में एलबीएसएनएए में प्रशिक्षण के दौरान दोनों के बीच संबंध बढ़े क्योंकि ये दोनों वहां बैचमेट थे। दोनों आज एक खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं, शादी से दोनों के दो बच्चे हैं, बेटे का नाम नानक सभरवाल (नानक सभरवाल) और बेटी का नाम भुविस सभरवाल है।