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स्थापना दिवस पर नई दिल्ली में बैठक करके भावी रणनीति बनाएगी जजपा

दिल्ली
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भावी रणनीति बनाएगी जजपा

स्थापना दिवस पर नई दिल्ली में बैठक करके भावी रणनीति बनाएगी जजपा

हरियाणा में इस विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर पराजय का सामना करने वाली जननायक जनता पार्टी अब अपने स्थापना दिवस पर 9 दिसंबर को दिल्ली में बैठक करके रणनीति बनाएगी। बैठक में जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय सिंह चौटाला, पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष बृज शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी शिरकत करेंगे। चुनावों के बाद जजपा की यह पहली व अहम बैठक होगी। इस बैठक में निकाय चुनावों के अलावा संगठन को नए सिरे से बनाने को लेकर भी मंथन किया जाएगा।


गौरतलब है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में जजपा को केवल 0.87 प्रतिशत वोट मिले हैं। यह पिछले चुनाव की तुलना में 14 प्रतिशत कम है। पिछली बार 14.84 प्रतिशत वोटों के साथ जजपा के 10 विधायक चुनकर आए थे और जजपा भाजपा के साथ साढ़े चार साल सरकार का हिस्सा रही। संसदीय चुनाव में पार्टी को सभी सीटों पर हार मिली और इसके बाद विधानसभा चुनाव में भी प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। इस सिलसिले में जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय सिंह चौटाला ने बताया कि 9 दिसंबर को पार्टी के स्थापना दिवस पर नई दिल्ली में एक बैठक का आयोजन कर भावी रणनीति तैयार की जाएगी।


पांच वर्षों में ऐसे नीचे आता गया जजपा का ग्राफ


गौरतलब है कि 9 दिसंबर 2018 को जींद में रैली करके डा. अजय सिंह चौटाला व दुष्यंत चौटाला ने जननायक जनता पार्टी का गठन किया था। पार्टी गठन के कुछ समय बाद ही जनवरी 2019 में जींद उपचुनाव में भी जजपा ने ताल ठोकी और जजपा की तरफ से दिग्विजय  चौटाला ने चुनाव लड़ा। दिग्विजय चौटाला 37 हजार वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। इसके बाद मई 2019 में जजपा ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करके संसदीय चुनाव लड़ा था। जजपा ने 7 सीटों पर जबकि आप ने 3 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। इसी तरह से अक्तूबर 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में जजपा ने अकेले ही सभी सीटों पर ताल ठोकी और 14.84 प्रतिशत वोटों के साथ 10 सीटों पर जीत दर्ज की। खास बात यह है कि जजपा ने भाजपा को समर्थन दिया और सरकार का हिस्सा बन गई। उस समय दुष्यंत चौटाला को मनोहर लाल की सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया गया। उकलाना के विधायक अनुप धानक को राज्य मंत्री बनाया और बाद में मंत्रिमंडल विस्तार के तहत टोहाना के विधायक देवेंद्र बबली को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। इस साल मार्च में भाजपा ने जजपा से गठबंधन तोड़ लिया था। 
बैठक में निकाय चुनावों को लेकर भी होगी विस्तार से चर्चा


गौरतलब है कि हरियाणा में कुल 11 नगर निगम, 55 नगरपालिकाएं एवं 23 नगरपरिषद हैं। इनमें से 10 नगर निगम, 4 नगर परिषद, 22 नगरपालिकाओं के चुनाव प्रस्तावित हैं। कई निकायों का कार्यकाल तो पूरा हुए 1 साल से अढ़ाई साल तक का समय बीत चुका है। ऐसे में अब विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन से उत्साहित भाजपा जल्द ही निकाय चुनाव करवाने की तैयारी में है। खास बात यह है कि जननायक जनता पार्टी भी 9 दिसंबर को दिल्ली में प्रस्तावित बैठक में निकाय चुनाव को लेकर भी विस्तार से चर्चा करेगी। उल्लेखनीय है कि  विधानसभा चुनाव में केवल 0.87 प्रतिशत वोट लेने वाली जननायक जनता पार्टी के लिए निकाय चुनाव में अपना वजूद साबित करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। गौरतलब है कि हरियाणा में अंबाला, सोनीपत, करनाल, मानसेर, यमुनानगर, पानीपत, रोहतक, हिसार, गुरुग्राम व फरीदाबाद में नगर निगम के चुनाव होने हैं। हरियाणा में 10 नगर निगम, 4 नगर परिषद और 22 नगर पालिकाओं के चुनाव होने हैं। सिरसा, अंबाला सदर, थानेसर व पटौदी नगरपरिषद के चुनाव लंबित हैं। इसी प्रकार से 22 नगर पालिकाओं का कार्यकाल भी पूरा हो चुका है, जिनमें बराड़ा, बवानीखेड़ा, लोहारू, सिवानी, फारुख नगर, नारनौंद, बेरी, जुलाना, कलायत, सीवन, पुंडरी, इंद्री, नीलोखेड़ी, अटेली मंडी, कैनाना, तावड़ू, हथीन, कलानौर, खरखौदा, कालांवाली, रादौर और जाखल मंडी की नगर पालिकाएं शामिल हंै।

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