हरियाणा में तीसरी बार कमल खिलाने में रहा मनोहर लाल का ‘कमाल’!

हरियाणा में तीसरी बार कमल खिलाने में रहा मनोहर लाल का ‘कमाल’!
-सूक्ष्म चुनावी प्रबंधन के साथ उम्मीदवारों के चयन में बड़े रणनीतिकार की भूमिका में रहे खट्टर
-नायब सैनी ने रैलियों तो मनोहर लाल ने सम्मेलनों के जरिए लोगों को भाजपा से जोड़ा
प्रस्तुति: CHARAN VIDEO JOURNLIST SIRSA
हरियाणा के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से सूक्ष्म चुनाव प्रबंधन, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की साफ छवि, सधी हुई रणनीति तथा इसी साल भाजपा की ओर से नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर ओ.बी.सी. कार्ड खेलने का ही नतीजा रहा कि भाजपा ने हैट्रिक लगाते हुए सरकार बनाई है। भाजपा ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर प्रदेश में 58 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है और भाजपा पहला ऐसा दल है जिसने प्रदेश में लगातार तीसरी बार सरकार बनाई है। खास बात यह है कि उम्मीदवारों के चयन को लेकर मनोहर लाल खट्टर ने एक विशेष रणनीति के तहत जातीय एवं क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए न केवल खास फोकस किया बल्कि उस रणनीति को धरातल पर लागू भी किया और चुनाव प्रचार दौरान किन मुद्दों पर फोकस किया जाएगा इसका रोडमैप भी पूरी तरह से मनोहर लाल ने तैयार किया। इसी का परिणाम रहा कि भाजपा ने इतिहास रचते हुए तीसरी बार सरकार बनाई है। ऐसे में कहा जा सकता है कि प्रदेश में तीसरी बार कमल खिलाने में मनोहर लाल का ही कमाल नजर आया है।
गौरतलब है कि हरियाणा में इस बार 39 प्रतिशत वोट के साथ भाजपा को 48 सीटों पर जीत मिली है। चुनावों में मनोहर लाल खट्टर की शरीफ व ईमानदार छवि एवं दस वर्षों में किए गए कामों एवं लागू की गई नीतियों पर जनता ने मोहर लगाई है। मुख्यमंत्री रहते हुए मनोहर लाल खट्टर ने अंत्योदय की भावना को मूर्त रूप दिया तो प्रदेश का आधारभूत ढांचा भी खूब मजबूत हुआ। खास बात यह है कि कृषि प्रधान हरियाणा देश का इकलौता ऐसा प्रदेश रहा, जहां पर किसानों की 14 फसलों को एम.एस.पी. पर खरीदा गया। खास बात यह है कि इन चुनावों में भाजपा ने एक ठोस एवं विशेष रणनीति बनाई और इसके मुख्य रणनीतिकार भी मनोहर लाल ही रहे। मनोहर लाल खट्टर ने चुनाव से करीब दो माह पहले ही सम्मेलनों का आयोजन किया। बुद्धिजीवी सम्मेलनों के जरिए लोगों को भाजपा की नीतियों से अवगत करवाया। इसके बाद जैसे ही चुनावों की उद्घोषणा हुई तो मनोहर लाल खट्टर ने एक सधी हुई रणनीति बनाई। उम्मीदवारों के चयन को लेकर तमाम स्तर पर फीडबैक लिया। बकायदा प्रदेश की विभिन्न सीटों पर सर्वे करवाए गए और कार्यकत्र्ताओं से भी रायशुमारी की गई। इसके बाद एक खास रणनीति के तहत ही मनोहर लाल खट्टर व मुख्यमंत्री नायब सैनी ने प्रदेश में खास अभियान चलाया। इसी कड़ी में हरियाणा में केंद्रीय गृह मंत्री की 9 तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 4 रैलियों का आयोजन किया गया। विशेष पहलू यह है कि दस वर्षों में मुख्यमंत्री रहते हुए मनोहर लाल खट्टर ने एक के बाद एक प्रयोग करते हुए कई बड़े बदलाव किए, जिनके सार्थक परिणाम भी सामने आए।
जहां मैरिट पर युवाओं को नौकरियां दी गई तो 25 लाख से अधिक परिवारों को उनके मकानों व जमीन का मालिकाना हक दिया गया। 30 लाख घरों में नल के जरिए पानी पहुंचाया गया। महिला सुरक्षा के लिए दुर्गा शक्ति एप्प एवं वाहन शुरू किए गए तो 22 जिलों सहित 33 महिला थाने स्थापित किए गए। परिवार पहचान पत्र के जरिए तमाम योजनाओं को जोड़ा गया। प्रदेश के सभी जिलों को हाइवे से जोड़ा गया तो 29 हजार किलोमीटर लंबे ग्रामीण संपर्क मार्ग स्थापित किए गए। डायल 112 के जरिए पीडि़तों को मदद पहुंचाकर राहत दी गई। खास बात यह है कि एक विशेष रणनीति के तहत केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने विश्वासपात्र भाजपा नेता तरुण भंडारी को भी विशेष जिम्मेदारी दी और ऐसी करीब डेढ़ दर्जन सीटों पर मनोहर लाल के निर्देशानुसार अहम रणनीति के तहत काम किया गया, जहां कांग्रेस मजबूत स्थिति में थी, इसी का परिणाम रहा है कि ऐसी अधिकांश सीटों पर भाजपा कांग्रेस को मात देने में कामयाब रही।
संगठन व सत्ता का है लंबा अनुभव
गौरतलब है कि मनोहर लाल खट्टर को संगठन व सत्ता का लंबा अनुभव है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पसंद मनोहर लाल 2014 में पहली बार चुनावी राजनीति में आए और करनाल से विधायक चुने गए। इसके बाद 26 अक्तूबर 2014 को वे पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद 2019 में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनी और मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री बने। इससे पहले मनोहर लाल खट्टर साल 1977 में संघ से जुड़े थे। वे संघ में विभिन्न पदों पर रहे। इसके बाद साल 1994 में वे भाजपा में आए। साल 1996 में उन्हें प्रदेश महामंत्री बनाया गया और उस समय नरेंद्र मोदी हरियाणा के प्रभारी थे। 1996 में मोदी व खट्टर ने ही मिलकर ही भाजपा का गठबंधन हरियाणा विकास पार्टी से करवाया था और यह गठबंधन सत्ता में आया था।
इन नीतियों को लेकर जनता के बीच पहुंचे थे खट्टर व सैनी
विशेष बात यह है कि इस विधानसभा चुनाव में केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर एवं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भाजपा की दस वर्षों की खास नीतियों को लेकर जनता के बीच पहुंचे। केंद्रीय मंत्री खट्टर ने हरियाणा के किसानों के हित में उठाए गए कदमों के बारे में जनता को जानकारी दी। वे किसानों की एम.एस.पी. पर फसलें खरीदने, सुशासन स्थापित कर घर बैठे सुविधाओं व योजनाओं का लाभ देना, लाल डोरा मुक्त योजना, परिवार पहचान पत्र योजनाओं के अलावा मैरिट पर नौकरियां देने की नीति को जनता के बीच लेकर गए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री रहते हुए मनोहर लाल खट्टर ने प्रदेश मेें मैरिट के आधार पर नौकरियां देने की पहल की और दस वर्षों में 1 लाख 44 हजार युवाओं को सरकारी नौकरियां दी। इसके साथ ही परिवार पहचान पत्र से सभी योजनाओं व सुविधाओं को जोड़ा। यही नहीं प्रदेश में अटल सेवा केंद्र स्थापित कर 684 से अधिक सुविधाओं को ऑनलाइन किया।