Mumbai Rain Alert : सावधान! मुंबई में 24 घंटे भारी बारिश का हाई अलर्ट

मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी करते हुए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है. आइए जानें इस बारिश और इसके परिणामों के बारे में सबकुछ.
मुंबई में बारिश के हालात: मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में मंगलवार रात से भारी बारिश हो रही है. मौसम कार्यालय ने कहा कि शुक्रवार तक बारिश की संभावना है।
शहरों और उपनगरों में कई नदियाँ और नाले उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। हवाएं 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी.
बारिश से तापमान और मौसम की स्थिति में गिरावट आई है। तापमान 27 डिग्री सेल्सियस से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने कुछ जगहों पर भारी बारिश की भी आशंका जताई है.
आसपास के इलाकों पर बारिश का असर: नवी मुंबई: यहां लगातार हो रही बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है.
ठाणे, कल्याण, डोंबिवली, उल्हासनगर, अंबरनाथ और बदलापुर: इन सभी जगहों पर काफी बारिश हुई है.
तीसरा वसई विरार: यहां भी बारिश हुई है.
बारिश का असर अंबरनाथ के प्राचीन शिव मंदिर पर पड़ा है. मंदिर के गर्भगृह में घुटनों तक पानी भरा हुआ है। इसका कारण वाल्धुनी नदी में बाढ़ है। सुरक्षा कारणों से अभयारण्य बंद है।
उत्साह नदी: नदी चेतावनी को पार कर गयी है। नदी किनारे के गांवों को सूचित कर दिया गया है।
व्लाकास नदी: इस नदी पर बना पुल पानी में डूब गया है, इसलिए लोग अपने गांवों में फंसे हुए हैं.
कल्याण-नगर राजमार्ग पर रायते पुल के पानी में डूब जाने से यातायात बाधित हो गया है. इसे लेकर कई लोग परेशान हैं.
महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में बारिश
कोड: यहां के जिलों में कई जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है.
मध्य प्रदेश महाराष्ट्र: घाट क्षेत्र में भारी बारिश की आशंका है.
मराठा: यहां भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.
उदाहरण: इस क्षेत्र में तेज़ हवाएँ और तूफ़ान आने की संभावना है।
सुरक्षा चेतावनियाँ और उपाय
1.यात्रा से बचें.
2. नीचे रहने वाले लोग सावधान रहें.
3.बिजली के उपकरणों से बचें.
4. नालों या नदियों के किनारे न जाएं.
5. हमेशा अपने पास एक आपातकालीन संपर्क नंबर रखें।
मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी बारिश से जन जीवन को नुकसान पहुंचा है. मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें स्थिति पर नजर रख रही हैं और अलर्ट पर हैं।
नागरिकों से अपील की जाती है कि वे सुरक्षा उपायों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लिए तुरंत संपर्क करें। अब समय आ गया है कि सतर्क रहें और एक-दूसरे का सहयोग कर इस प्राकृतिक चुनौती का मिलकर मुकाबला करें।