प्याज-टमाटर बिगाड़ सकते है रसोई का बजट, क्या महंगाई छू सकती है आसमान ?
प्याज-टमाटर की कीमतों में उछाल, रसोई का बजट हो सकता है प्रभावित
हाल ही में प्याज और टमाटर की कीमतों में तेज़ बढ़ोतरी की वजह से आम उपभोक्ताओं के लिए खाद्य पदार्थों की महंगाई में और इजाफा हो सकता है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) की रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2024 में खुदरा महंगाई में 1.38% तक बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे यह 5.03% के स्तर तक पहुंच सकती है। इससे पहले जुलाई और अगस्त में महंगाई की दर 3.60% और 3.65% रही थी।
प्याज और टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी:
रिपोर्ट में बताया गया कि प्याज की कीमत में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अगस्त के बाद सितंबर में प्याज की कीमतों में 13.4% का उछाल आया, जिससे प्याज की कीमत 36 रुपये से बढ़कर 51 रुपये प्रति किलो हो गई। टमाटर की कीमतों में भी अगस्त के मुकाबले सितंबर के दूसरे पखवाड़े में 10% से अधिक की बढ़ोतरी देखी गई है। इस बढ़ोतरी से घरेलू बजट पर असर पड़ सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो रोज़ाना सब्जियां और नॉनवेज खाते हैं।
खाद्य महंगाई में बढ़ोतरी:
सीएमआईई की रिपोर्ट के अनुसार, खाद्य पदार्थों की महंगाई में 2.3% की बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे खाद्य महंगाई 8% तक पहुंच सकती है। अगस्त में खाद्य महंगाई 5.7% थी। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण प्याज और टमाटर की कीमतों में हुई बढ़ोतरी है, जो आम परिवारों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है।
सब्जियों के दाम में कमी:
हालांकि, कुछ सब्जियों की कीमतों में गिरावट देखी जा सकती है। आलू की कीमत में कमी आई है, और बैंगन, गोभी और भिंडी जैसी सब्जियों की कीमतों में भी 7% से अधिक की कमी आई है। लेकिन, प्याज और टमाटर की कीमतों में तेज़ बढ़ोतरी ने इस गिरावट को काफी हद तक ढक लिया है।
आने वाले समय में क्या हो सकता है?
रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2023 से जून 2024 तक सब्जियों की महंगाई 27-30% के बीच रही थी। जुलाई और अगस्त में कुछ राहत मिली थी, जब सब्जियों की महंगाई घटकर 6.8% और 10.7% पर आ गई थी। हालांकि, अब प्याज और टमाटर की कीमतों में वृद्धि ने खाद्य महंगाई को फिर से बढ़ा दिया है।
सरकार 14 अक्टूबर को सितंबर के लिए खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी कर सकती है, जिससे और स्पष्टता मिलेगी कि इन बढ़ती कीमतों का असर कितनी दूर तक होगा।
प्याज और टमाटर की बढ़ती कीमतों के साथ-साथ खाद्य महंगाई में होने वाली वृद्धि का असर आम लोगों के बजट पर पड़ सकता है। ऐसे में घर के बजट को ध्यान में रखते हुए, इन सामानों की खरीददारी में कुछ विवेकपूर्ण निर्णय लेना जरूरी हो सकता है।