पंचायत का फरमान: हिसार के इस गांव में नहीं बजेगा DJ, मृत्युभोज पर भी लगा प्रतिबंध

खैरी गांव में डीजे बजाने और मृत्यु भोज पर लगा प्रतिबंध
गांव खैरी में रविवार को आयोजित हुई एक बैठक में ग्रामीणों ने सामाजिक सद्भाव बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए। बैठक में गांव में डीजे बजाने और मृत्यु भोज आयोजित करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया।
सामाजिक विवाद रोकने के लिए डीजे पर प्रतिबंध
युवा नेता नरेंद्र खैरी ने बताया कि पंचायत में डीजे बजाने के कारण होने वाले विवादों और झगड़ों को लेकर गहरी नाराजगी जताई गई। यह निर्णय लिया गया कि आज से गांव में डीजे बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। पंचायत का मानना है कि यह कदम सामाजिक भाईचारे को मजबूत बनाएगा और गांव के वातावरण को शांतिपूर्ण बनाए रखने में मदद करेगा।
आर्थिक बोझ कम करने के लिए मृत्यु भोज पर रोक
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि मृत्यु भोज की परंपरा को समाप्त किया जाए। नरेंद्र खैरी ने बताया कि अक्सर परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के बावजूद उन्हें सामाजिक दबाव में मृत्यु भोज देना पड़ता है। इससे पीड़ित परिवारों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ता है। ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से मृत्यु भोज पर भी प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया।
नशे के खिलाफ सख्त रुख
गांव में बढ़ते नशे को लेकर भी चिंता जताई गई। ग्रामीणों ने तय किया कि यदि कोई व्यक्ति नशे का कारोबार करता है, तो उसकी सूचना गुप्त रूप से नारकोटिक्स विभाग को दी जाएगी। नारकोटिक्स विभाग के टोल-फ्री नंबर को गांव में प्रमुख स्थानों पर चिपकाया जाएगा ताकि सभी ग्रामीण इसे आसानी से देख सकें।
नियम तोड़ने पर लगेगा जुर्माना
पंचायत ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कोई व्यक्ति डीजे बजाने या मृत्यु भोज आयोजित करने के नियम का उल्लंघन करता है, तो उस पर सामूहिक रूप से 11,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
सामाजिक एकता के लिए ऐतिहासिक कदम
गांव खैरी के इस फैसले को सामाजिक सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। ग्रामीणों का मानना है कि ये निर्णय न केवल सामाजिक समस्याओं को खत्म करने में सहायक होंगे, बल्कि आर्थिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी गांव को सशक्त बनाएंगे।