logo

साइको किलर रविंद्र कुमार को हुई उम्रकैद, था 30 बच्चियों का रेपीटस

Psycho killer Ravindra Kumar got life imprisonment, had 30 girls
साइको किलर रविंदर कुमार

साइको किलर रविंदर कुमार को हाईकोर्ट ने सजा देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है । नई दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने आरोपी रविंद्र कुमार को 30 बच्चियों से बलात्कार और उनकी हत्या करने के मामले में साइको किलर रविंद्र कुमार को ता उम्र कैद की सजा सुनाई है । रविंद्र कुमार जो कि एक साइको किलर था।  उसको 2008 से 2015 के बीच में 30 लड़कियों से बलात्कार करने का आरोप था।  दिल्ली के रोहिणी कोर्ट ने साइको किलर और रेपिस्ट रविंद्र कुमार को गुरुवार को हाई कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। 

 

 

 

 

 

 

 

रविंद्र कुमार 7 साल तक 30 लड़कियों से बलात्कार करने के बाद और उनकी हत्या करने का आरोप रविंद्र कुमार पर लगा था । रविंद्र कुमार 2015 से जेल में बंद है।  अब उसकी बाकी की जिंदगी जो है वह ताउम्र कैद में  गुजारनी पड़ेगी।  कई लोगों का मानना है कि रविंद्र ने जो जघन्य  अपराध किया।  उसके हिसाब से उसे मौत की सजा मिलनी चाहिए थी।  लेकिन कोर्ट ने उसे उम्र कैद की सजा है सुनाई है।  रविंद्र कुमार की सजा अतिरिक्त जिला न्यायाधीश सुनील कुमार की अदालत में सुनाई गई थी। 

 

 

 

करीब 30 बच्चों से बलात्कार करने की बात कबूली है

रविंद्र कुमार जोकि साइको किलर है उसको 2015 के बीच करीब 30 बच्चों से बलात्कार करने की बात कबूली है।  पहली वारदात को 2008 में अंजाम दिया था।  पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि रविंद्र कुमार ने 2008 में वारदात को अंजाम दी उस समय उसकी उम्र मात्र 15 साल की थी।  अपनी वासना को तृप्त करने के लिए उसने एक गरीब बच्चों को चुनता था । जिनके माता-पिता दिन भर रोटी की चिंता में व्यस्त रहते थे।  कुछ दिन तक वह अपनी बेटी को खोने के कारण रोते । लेकिन उसके बाद थक हार कर बैठ जाते । वह इसका फायदा उठा रहा था।  उसे लगा कि कानून उसका अब कुछ नहीं बिगाड़ सकता । धीरे-धीरे उसका हौसला जो और बढ़ता गया।  ऐसे करते एक के बाद एक 30 लड़कियों की बेरहमी से हत्या कर दी। 

 

 

लड़कियों से रेप करने का जुनून सवार था

साइको किलर पर जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि 2008 से पहले रविंदर भूत प्रेतों की जो फिल्में है वह बहुत ज्यादा देखता था।  इसी बीच वह एक अंग्रेजी फिल्म देखता है।  जिसमें तीन चार लोग बच्चों को मारते हैं और उनका बलात्कार करते हैं।  केवल इस फिल्म ने ही उसके दिमाग पर इतना गहरा जख्म छोड़ दिया।  जिसके बाद वह ऐसे करने की सोचने लगा।  इस फिल्म को देखने के बाद उन्होंने शराब पीना शुरू कर दिया और उसके बाद सूखी दुआएं {ड्रग } लेना शुरू कर दी और जघन्य अपराधों को अंजाम देना शुरू कर दिया। 

रविंद्र का परिवार 2012 में बेगमपुर आ गया

पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 2012 में रविंद्र का परिवार बेगमपुर चला गया।  तब है मात्र 19 साल का था और 2008 से 2012 तक लगातार एक से बढ़कर एक बड़े अपराध करता गया।  लेकिन किसी को सबूत नहीं मिल रहा था।  2014 में रविंद्र ने बेगमपुर जिले में एक लड़की को अपनी हवस का शिकार बनाया । उसके बाद में उसका गला रेत कर नाले में फेंक दिया।  उसे लगा कि लड़की मर गई।  लेकिन लड़की की किस्मत बहुत अच्छी थी वह बच गई। 


 

null


 

2014 में पहली बार खुला था रविंद्र का खुलासा

रविंदर के मामले में जांच कराई दिल्ली पुलिस के सेवानिवृत्त एसपी जगमिंदर दहिया ने जानकारी देते हुए बताया कि 2014 में एक पुलिसकर्मी ने लड़के को नाले में पड़ा देखा और उसे बचा लिया गया।  इस संबंध में रविंद्र के खिलाफ पहली बार मुकदमा दर्ज हुआ।  और पहली बार जेल में गया। 2014 से 2015 तक आरोपी रविंद्र जेल में रहा। 

पड़ोसी ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया और बाद में उसे मारने की साजिश रची

2015 में रवींद्र के पड़ोसी ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया। बाद में वह पड़ोसी के ही बेटे के खून का प्यासा हो गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविंद्र की दोस्ती पड़ोस के ही एक लड़के सन्नी से थी। 2015 के मामले में सनी के पिता जमानतदार बने जेल से आने के बाद रवींद्र सनी के घर आना-जाना शुरू कर देता है। इसकी वजह थीं रविंद्र की मां। दरअसल, सनी के रविंद्र की मां के साथ नाजायज संबंध थे।

सनी का अफेयर रवींद्र की मां के साथ था

कहा जाता है कि एक दिन रवींद्र ने अपनी मां को सनी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इसके बाद रविंद्र सन्नी को मारने की साजिश रचने लगा। 13 जुलाई 2015 को, रवींद्र सनी को एक सुनसान इलाके में ले जाता है, उसने वहां बहुत शराब पी उसने सनी को शराब पीने के लिए भी कहा, लेकिन उन्होंने बहाना बनाकर शराब नहीं पी। नशे में वह सनी को खूब पीटता है, लेकिन सनी मौका पाकर वहां से भाग जाता है।


 

लाश के साथ रेप के तुरंत बाद पड़ोसियों के दस्तावेज फेंक दिए

रवींद्र ने सनी के दस्तावेज अपने पास रख लिए। वह पूरी रात शराब के नशे में सन्नी की तलाश करता रहा और बीजमपुर पहुंच गया। जांच अधिकारी रहे रिटायर्ड एसीपी जगमिंदर दहिया ने बताया कि 14 जुलाई 2015 को रवींद्र ने एक लड़की को हवस का शिकार बनाया.

जब वह बच्ची के साथ दुष्कर्म कर रहा था तो वह रोने लगी। गुस्से में आकर उसने बच्ची की गला दबा कर हत्या कर दी. इसके बाद उसने लाश के साथ दुष्कर्म किया। फिर उसने सनी के कागजात उसकी लाश के पास फेंक दिए।

शव के पास मिले दस्तावेजों से पुलिस सन्नी तक पहुंच गई

बाद में बेगमपुर थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी. पुलिस ने लड़की की तलाश शुरू की और आखिरकार उपनगर जांच अधिकारी को मलबे के बीच लड़की की लाश मिली। मौके पर मिले दस्तावेजों को लेकर पुलिस सनी तक पहुंच गई। फिर पूछताछ के दौरान सनी ने रवींद्र की आपबीती सुनाई। तब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में भी हुई थी वारदात

अब कोर्ट का फैसला आया है लड़की को मारने के आरोप ने दोषी। रविंद्र 2015 से जेल में है। पूछताछ में उसने बताया कि 2008-15 से उसने 30 से ज्यादा लड़कियों को अपना शिकार बनाया। जांच के दौरान पता चला कि इनमें से 14 मामले दिल्ली के हैं। आरोपियों ने दिल्ली के अलावा नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद, बहादुरगढ़ और गाजियाबाद में वारदातों को अंजाम दिया था.

Click to join whatsapp chat click here to check telegram