हरियाणा में बारिश, आग और ओलों की मार, गेहूं की फसल जलकर राख , जाने पूरी अपडेट

शुक्रवार को आग, बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों को नुकसान पहुंचाया। दादरी, अंबाला और जींद में खेतों में आग लगने से गेहूं की खड़ी फसल जल गई। 16 एकड़ जमीन क्षतिग्रस्त हो गयी. इस बीच दोपहर को अचानक मौसम बदलने से करनाल, कैथल और पानीपत के समालखा में 20 मिनट तक बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई।
कैथल के पूंडरी, पानीपत के समालखा और अंबाला के मुलाना में भी बारिश के साथ ओले गिरे। तेज हवाओं के कारण अंबाला में खंभे टूट गए। कई छतों से टिन उड़ गए। शाम को हिसार में भी धूल भरी आंधी चली। इससे पहले 3, 4, 14 और 18 अप्रैल को हुई बारिश से भी फसल को नुकसान हुआ था।
लाखों क्विंटल गेहूं मंडियों में रखा हुआ है
तीन लाख 65 हजार 075 क्विंटल गेहूं मंडियों में नहीं बिका। बिना उठान के भी लाखों क्विंटल गेहूं मंडियों में है।
पानीपत के समालखा में 250000 क्विंटल गेहूं भीग गया. कैथल की पौंड्री में करीब एक लाख बोरी गेहूं पड़ा हुआ है। खेतों में खड़ी फसल होगी खराब गेहूं की कटाई का काम जोरों पर चल रहा है।
21 तक मौसम परिवर्तनशील
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अप्रैल तक उत्तरी हरियाणा समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मौसम में उतार-चढ़ाव की संभावना है दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी हरियाणा में रोहतक, सोनीपत से लेकर सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जिंद और भिवानी जिलों में भी मौसम में बदलाव की संभावना है। औसत अधिकतम तापमान में 0.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आयी.
करनाल को 49 लाख 69 हजार 985 क्विंटल गेहूं मिला है। 46 लाख 04 हजार 910 क्विंटल की खरीद हो चुकी है।