Rajasthan Water Fountain updates: जैसलमेर में क्या जमीन के नीचे मिला Petroleum और Gas का बड़ा भंडार।
Rajasthan Water Fountain updates:

जैसलमेर में जमीन फटने की दुर्लभ घटना: 26 घंटे से जारी पानी का तेज़ बहाव
जैसलमेर के मोहनगढ़ नगरी क्षेत्र में अचंभित कर देने वाली घटना
जैसलमेर के मोहनगढ़ नगरी क्षेत्र में ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान जमीन फटने की दुर्लभ घटना ने सबको हैरान कर दिया है। इस घटना के बाद से 26 घंटे से जमीन के भीतर से लगातार पानी तेज़ प्रेशर के साथ बाहर आ रहा है। घटना स्थल पर बना गड्ढा लगभग 15-20 फीट गहरा हो गया है।
ट्रक और मशीनें 850 फीट नीचे जमीन में समाई
ट्यूबवेल खुदाई के दौरान अचानक जमीन फटने से ट्यूबवेल की मशीन और ट्रक 850 फीट गहरे जमीन में धंस गए। पानी के प्रेशर से 10 फीट ऊंची पानी की धार निकल रही है, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
वैज्ञानिक और प्रशासन जुटे जांच में
वैज्ञानिक जांच और प्रशासन की एहतियात
घटना के बाद से वैज्ञानिकों की टीम घटनास्थल पर मौजूद है। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि जमीन के भीतर कठोर परतों के टूटने या गैस रिसाव के कारण पानी और गैस का तेज़ बहाव हो रहा है।
स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर इलाके को खाली करा दिया है। घटना स्थल के पास एक स्थायी पुलिस चौकी बनाई गई है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
ओएनजीसी की सहायता ली जा रही है
इस मामले में ओएनजीसी की विशेषज्ञ टीम को भी शामिल किया गया है। वैज्ञानिक यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि जमीन से तेज़ी से निकलते पानी और गैस का स्रोत क्या है।
संभावित सरस्वती नदी का संकेत?
लोगों में सरस्वती नदी की चर्चा
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह पानी विलुप्त हो चुकी सरस्वती नदी का हो सकता है। हालांकि, वैज्ञानिक जांच के बाद ही इस पर कोई ठोस जानकारी सामने आ पाएगी।
गैस रिसाव से उत्पन्न खतरा
गैस की बदबू और सुरक्षा कदम
घटना स्थल से निकल रही गैस की तीव्र बदबू ने प्रशासन को अतिरिक्त सतर्क कर दिया है। गैस के संभावित बड़े भंडार को ध्यान में रखते हुए ट्रक और मशीन को फिलहाल नहीं हटाया गया है, ताकि किसी विस्फोट की स्थिति से बचा जा सके।
लोगों की भीड़ और प्रशासन के निर्देश
घटनास्थल पर रोक के बावजूद भीड़ जुटी
अद्भुत घटना को देखने के लिए आसपास के इलाकों से लोग घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। जिला प्रशासन ने क्षेत्र में लोगों के जाने पर रोक लगाई है और पशुओं सहित सभी को वहां से हटाने का निर्देश दिया है।
आगे की योजना
पानी के बहाव को रोकने की कोशिशें
वैज्ञानिक टीम और जिला प्रशासन इस पर विचार कर रहे हैं कि पानी के बहाव को रोका जाए या इसे स्वाभाविक रूप से निकलने दिया जाए। तमाम सावधानियों के साथ इस घटना की हर पहलू से जांच की जा रही है।
जैसलमेर की यह घटना अपने आप में अनोखी और रोचक है, लेकिन इसके पीछे की वास्तविक वजह का पता वैज्ञानिक जांच के बाद ही चलेगा।