कुमारी सैलजा को रिजैक्ट करने के कारण
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कांग्रेस का एक शहजादा राहुल गांधी दिल्ली में है और एक शहजादी कुमारी सैलजा हैं। अपनी आलीशान गाड़ी में गद्दों के बीच वे शहजादी की तरह बैठती हैं और कोई उन्हें नजदीक फटकने भी नहीं देता है। हर वक्त सुरक्षा के घेरे में रहने वाली कुमारी सैलजा को उसके सुरक्षा कर्मी किसी भी आमजन को पास नहीं आने देते हैं। ऊपर से नरम एवं अंदर से जिद्दी एवं अकडू किस्म की लीडर हैं।
-कुमारी सैलजा को सिरसा की जनता ने 1991 और 1996 में दो बार सांसद बनाया। वे केंद्र में मंत्री भी बन गई। वे बता सकती है कि सिरसा के लिए उन्होंने क्या किया। सिरसा से जीतने के बाद दिल्ली चली गईं। उनसे मिलना आसान नहीं है। लोगों के बीच नहीं रहती हैं।
-कुमारी सैलजा ने दो बार सिरसा से सांसद बनने के बाद यहां पर अपना मकान नहीं बनाया। हिसार में अपना मकान है तो गुरुग्राम के पॉश इलाके डीएलएफ में भी मकान बनाया। दिल्ली में भी मकान बना लिया। इससे जाहिर होता है कि कुमारी सैलजा महज चुनाव की वजह से सिरसा के बारे में जिक्र करती हैं। 26 साल तक गायब रहीं। चुनाव आया तो सिरसा में चली आईं।
-कुमारी सैलजा सिरसा के चुनावी मैदान में हैं। उनकी ओर से नारा दिया जा रहा है पहले सिरसा की बारी, फिर हरियाणा की तैयारी। इस नारे का मतलब समझिए। सांसदी से कोई लेना-देना नहीं है। सत्ता की मलाई खाना चाहती हैं। सिरसा को पहले से ही छोडऩे के संकेत दे रही हैं। ऐसे लीडरों का कोई स्टैंड नहीं होता, कोई सिद्धांत नहीं होता है।