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रिकॉर्ड तोड़ बारिश: मैदानी इलाकों में भारी बारिश का सिलसिला, अब बढ़ेगी ठंड और कोहरे का असर

अब बढ़ेगी ठंड और कोहरे का असर
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रिकॉर्ड तोड़ बारिश

रिकॉर्ड तोड़ बारिश: मैदानी इलाकों में भारी बारिश का सिलसिला, अब बढ़ेगी ठंड और कोहरे का असर

पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव

बीते दो दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर और मध्य भारत के मैदानी इलाकों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई। कई स्थानों पर इतिहास में दर्ज सबसे भारी दिसंबर की बारिश देखी गई। दक्षिणी दिल्ली NCR में भारी बारिश दर्ज की गई, जहां Ridge IMD वेधशाला ने दिसंबर की अब तक की सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड बनाया।

प्रमुख स्थानों पर बारिश के आंकड़े

  • मध्यप्रदेश के रीवा: पिछले 24 घंटों में 107 मिमी बारिश, जो 44 साल बाद का रिकॉर्ड है।
  • राजस्थान के भरतपुर: 23 मिमी बारिश, जो दिसंबर की अब तक की सबसे भारी बारिश है।
  • हरियाणा के नारनौल: 55.2 मिमी बारिश, जो पिछले 57 सालों में सबसे अधिक है।
  • उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर: 49 मिमी बारिश, जो अब तक की सबसे भारी दिसंबर की बारिश है।
  • दिल्ली के सफदरजंग एयरपोर्ट: 41.2 मिमी बारिश, 101 साल बाद का नया रिकॉर्ड।

अन्य शहरों में बारिश के प्रभाव

  • रोहतक: 41 मिमी बारिश, 57 साल बाद का रिकॉर्ड।
  • नर्मदापुरम (मध्यप्रदेश): 53.4 मिमी बारिश, 96 साल बाद का दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड।
  • अलवर (राजस्थान): 18.8 मिमी बारिश, जो 42 साल बाद का नया रिकॉर्ड है।

आगे का मौसम पूर्वानुमान

अब मैदानी इलाकों में मौसम साफ रहेगा, लेकिन ठंड और कोहरे का असर बढ़ेगा।

  • बारिश की कमी: कल से बारिश में कमी आएगी।
  • कोहरे का असर: पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश में सुबह और शाम को हल्के से घना कोहरा छा सकता है।
  • ओलावृष्टि की संभावना: पूर्वी मध्य प्रदेश में कल कुछ स्थानों पर तेज बारिश और ओलावृष्टि हो सकती है।

अगला बारिश का दौर

उत्तर भारत में बारिश का अगला दौर 8 से 10 जनवरी के बीच आने की संभावना है। इसके बारे में समय पर अपडेट दी जाएगी।

क्षेत्रीय बारिश के आंकड़े

पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में हुई बारिश के आंकड़े:

पंजाब
शाहपुर कंडी: 62 मिमी, बल्लोवाल: 52 मिमी, अमृतसर: 25.4 मिमी।

दिल्ली
ग्रीन फील्ड: 60 मिमी, सफदरजंग: 41.2 मिमी, पालम: 39.1 मिमी।

उत्तर प्रदेश
बागपत: 60 मिमी, मुजफ्फरनगर: 49.3 मिमी, मेरठ: 34 मिमी।

निष्कर्ष

इस बार की दिसंबर बारिश ने वर्षों पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अब मौसम साफ होने के साथ ठंड और कोहरे का असर बढ़ेगा। अगले बारिश के दौर और मौसम से जुड़ी जानकारी के लिए जुड़े रहें।

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