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सावन में शिवलिंग स्थापना के नियम

Rules for installing Shivling in the month of Saavan
सावन में शिवलिंग स्थापना के नियम

सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है। इस दौरान घर में शिवलिंग स्थापित करने से आपके जीवन में हमेशा सौभाग्य और समृद्धि बनी रहती है। ऐसे में मैं आपको घर में शिवलिंग स्थापित करने के कुछ नियम बताऊंगा।

शिवलिंग स्थापना के नियम: सावन का महीना देवों के देव महादेव को समर्पित है। इस समय भगवान शिव की पूजा करना बहुत जरूरी है। सावन के महीने में भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि सावन में भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उसके जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू हो रहा है.
सावन माह में घर में शिवलिंग स्थापना करने से विशेष लाभ मिलता है। यह भी कहा जाता है कि सावन के महीने में शिवलिंग का जलाभिषेक करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। सावन में शिव जी को कच्चा दूध चढ़ाने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। आपको पूजा का पूरा लाभ मिल सके इसके लिए आपको सावन के महीने में अपने घर के मंदिर में शिवलिंग स्थापित करने के जरूरी नियम जान लेने चाहिए।

सावन में घर में क्यों स्थापित करना चाहिए शिवलिंग? (शिवलिंग स्थापना नियम)
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन का महीना घर में शिवलिंग स्थापित करने का सबसे अच्छा समय है। यही वह समय है जब आप भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं। सावन के महीने में अपने घर में शिवलिंग स्थापित करके उसकी नियमित पूजा करने से आपके जीवन में खुशियां आती हैं।

सावन के महीने में घर में भगवान शिव की पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। इसके अलावा सावन में घर में शिवलिंग स्थापित करें और स्नान करके चंदन लगाएं इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

सावन में घर में कैसे स्थापित करें शिवलिंग? (घर पर कैसे करें शिवलिंग स्थापना)
सावन में घर के मंदिर में पूरे विधि-विधान से शिवलिंग की स्थापना करनी चाहिए। ज्योतिषीय सिद्धांतों का पालन किए बिना घर में या घर के मंदिर में शिवलिंग स्थापित करने से पूजा का पूरा लाभ नहीं मिलता है।

शिवलिंग स्थापित करने से पहले आपको यह पता कर लेना चाहिए कि आप घर में कौन सा शिवलिंग स्थापित करना चाहते हैं और उसकी पूजा कैसे करनी है।

अगर आप घर में शिवलिंग स्थापित करते हैं तो प्रतिदिन उसकी पूजा और जलाभिषेक करना अनिवार्य है। शिवलिंग की पूजा हमेशा शुभ समय और मुहूर्त पर ही करनी चाहिए। सूर्योदय काल में घर के मंदिर में शिवलिंग स्थापित करना सबसे शुभ होता है।

घर में शिवलिंग स्थापना के आवश्यक नियम (शिवलिंग स्थापना के नियम)
अगर आप सावन में अपने घर के मंदिर में शिवलिंग स्थापित करते हैं तो हमेशा सच्चे मन से पूजा करें।
घर में पूजा करने के लिए अंगूठे के आकार का ही शिवलिंग बनाना चाहिए।
घर में बहुत बड़े शिवलिंग नहीं होने चाहिए।
घर में हमेशा पारद या चांदी का शिवलिंग रखें।
घर में शिवलिंग को हमेशा अर्घे के साथ रखना चाहिए।
सावन में घर में रुद्राभिषेक करते हुए उसी शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए।

घर में शिवलिंग की सही दिशा (शिवलिंग स्थापना के नियम)
घर में शिवलिंग स्थापित करने के लिए नियमों के साथ-साथ सही दिशा का भी ध्यान रखना चाहिए। जब भी आप घर में शिवलिंग स्थापित करें तो जल की धारा हमेशा उत्तर दिशा की ओर होनी चाहिए। शास्त्रों के अनुसार घर में किसी भी स्थान पर शिवलिंग स्थापित करते समय पूर्व दिशा की ओर मुख करना चाहिए। -शिवलिंग कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। शिवलिंग के साथ नंदी भी होना चाहिए। शिवलिंग के साथ शिव परिवार की स्थापना करना भी लाभकारी रहेगा।

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