Farmer Protest पर बोले Sarwan Singh Pandher, PM तक बात नहीं पहुंची, अब 18 को होगा रेल रोको आंदोलन'.
किसानों के आंदोलन के 300 दिन पूरे, समर्थन बढ़ता जा रहा है
अमर अनशन का 20वां दिन
किसान आंदोलन को 300 दिन हो चुके हैं, और इस दौरान अमर अनशन का आज 20वां दिन है। आंदोलन में आम जनता और प्रमुख हस्तियों का समर्थन लगातार बढ़ रहा है। आंदोलनकारी इसे सकारात्मक संकेत मान रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कार्रवाई
पंजाब और केंद्र सरकार की टीमें सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद किसानों से मिलने आई थीं। हालांकि, उनकी तरफ से मेडिकल सेवाओं की पेशकश की गई, जिसे किसान संगठनों ने ठुकरा दिया।
किसानों की हालत गंभीर, लेकिन सरकार चिंतित नहीं
अब तक 45 से अधिक किसान घायल हो चुके हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। आंदोलनकारी नेताओं का कहना है कि जब तक कार्पोरेट घरानों का दबाव खत्म नहीं होगा, सरकार उनकी बात नहीं सुनेगी।
खनौरी बॉर्डर से अपील: 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन
खनौरी बॉर्डर पर मौजूद किसान नेताओं ने 18 अक्टूबर को "रेल रोको" आंदोलन में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने पंजाब के 13,000 गांवों के निवासियों से आग्रह किया है कि वे 12 बजे से 3 बजे तक रेलवे फाटकों और स्टेशनों पर जुटें। आंदोलनकारी मानते हैं कि यदि लाखों लोग इस आंदोलन में शामिल होते हैं, तो सरकार पर दबाव बढ़ेगा।
ट्रैक्टर मार्च की तैयारी
पंजाब के बाहर अन्य राज्यों में भी किसान एसडीएम और जिला अधिकारियों के कार्यालयों के सामने ट्रैक्टर मार्च करेंगे। किसान संगठनों ने इस प्रदर्शन को लेकर बड़े स्तर पर तैयारी की है।
दिल्ली में मोदी सरकार की बैठक पर सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री और कृषि मंत्री के बीच दिल्ली में बैठक की खबरें आ रही हैं। इस पर किसान नेताओं ने कहा कि जब तक कोई ठोस प्रस्ताव या पत्र उनके हाथ में नहीं पहुंचता, वे किसी भी घोषणा पर भरोसा नहीं करेंगे।
किसान आंदोलन अपनी मांगों को लेकर अडिग है और इसे पूरे देश का समर्थन मिल रहा है। आने वाले दिनों में आंदोलन के और तेज होने की संभावना है।