पंचकूला में सात सरोकार, उनका हो गया बंटाधार - ओ पी सिहाग
Seven concerns in Panchkula, their basis is divided - OP Sihag
Apr 4, 2024, 15:42 IST
पंचकूला, 4 अप्रैल: पिछले 4 सालों से हम सब पंचकूला के निवासी शहर व आसपास के क्षेत्रों में सत्तारूढ़ पार्टी के स्थानीय नेतृत्व द्वारा शहर के विकास, स्वच्छता, सुन्दरता, नशा एवं अपराध मुक्त समाज, पॉलिथीन के प्रयोग पर रोकथाम, अवैध कब्जों से छुटकारा, आवारा पशुओं व आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान, प्रदुषण रहित आबोहवा आदि सात सरोकारों के बारे में खूब चर्चाओं को सुनते आ रहे हैं । इन बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दों बारे जिक्र करते हुए पूर्व जजपा शहरी जिला अध्यक्ष एवं पीपल्स फ्रंट पंचकूला के अध्यक्ष ओ पी सिहाग ने सवाल किया है कि ये सात सरोकार जो कि हमारे विधायक का सपना है वास्तव में धरातल पर पूरा हुआ या नही ? सिहाग ने कहा कि स्थानीय विधायक की सोच तथा उनका जो सात सरोकारों को सिरे चढ़ाने का सपना है, वो पंचकूला के प्रत्येक नागरिक का सपना है तथा हर नागरिक चाहता है कि उनका शहर सुन्दर एवं व्यवस्थित बने।
पीपल्स फ्रंट पंचकूला के अध्यक्ष सिहाग ने कहा कि अगर ये सात सरोकार पूरे होते तो आज पंचकूला की गिनती विश्व के सबसे सुन्दर शहरो में होती । परन्तु आज के हालात को देखें तो पंचकूला प्रदेश के अन्य पुराने शहरों के मुकाबले लगातर पिछड़ता जा रहा है जिससे स्थानीय विधायक,नगर निगम पंचकूला के महापौर तथा जिले में मौजूद विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों जिनको इन सात सरोकारों को अमलीजामा पहनाना है,उनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिह्न लगता है ।
इस मुद्दे बारे अपने विचार साँझा करते हुए पीपल्स फ्रंट पंचकूला के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के सी भारद्वाज, उपाध्यक्ष सुरिन्दर चड्डा तथा महासचिव ईश्वर सिंहमार ने भी कहा कि पंचकूला प्रदेश की डीम्ड राजधानी है जिसमें प्रदेश के ज्यादातर मुख्यालय स्थापित हो चुके हैं तथा हर रोज हजारों लोग अपने काम से इस शहर में काफी दफा आते हैं । परंतु आज शहर की टूटी हुई मुख्य सडकों, चौको की खस्ता हालत, हर चौक व सड़क पर रेहड़ी फङी वालों का क़ब्ज़ा, बर्मज पर उगी हुई जंगली जड़ी बूटियां, जगह जगह बिखरे पॉलीथिन ,गंदगी तथा उनमे मुहँ मारते अवारा पशुओं तथा आवारा कुत्तों को देख कर उनके विचार इस सुन्दर शहर के बारे में बदल जाते हैं तथा वो लोग आज से 5-6 वर्ष पहले के पंचकूला की तुलना करते हैं जब शहर के हालात काफी हद तक अच्छे थे।
पी एफ पी अध्यक्ष ओ पी सिहाग ने स्थानीय विधायक तथा जिला प्रशासन के तमाम जिम्मेदार अधिकारियों से आग्रह किया कि अब भी वक्त है कि वो पूरे समर्पण, पूरे हौसले, दृढ़ इरादे तथा शहर के सभी नागरिकों के पूरे सहयोग के साथ इन सरोकारों को पूरा करने में जुटे। सिहाग ने कहा कि उनके साथी भी इस अभियान में पूरा बढ़चढ़ कर भाग लेंगे।
पीपल्स फ्रंट पंचकूला के अध्यक्ष सिहाग ने कहा कि अगर ये सात सरोकार पूरे होते तो आज पंचकूला की गिनती विश्व के सबसे सुन्दर शहरो में होती । परन्तु आज के हालात को देखें तो पंचकूला प्रदेश के अन्य पुराने शहरों के मुकाबले लगातर पिछड़ता जा रहा है जिससे स्थानीय विधायक,नगर निगम पंचकूला के महापौर तथा जिले में मौजूद विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों जिनको इन सात सरोकारों को अमलीजामा पहनाना है,उनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिह्न लगता है ।
इस मुद्दे बारे अपने विचार साँझा करते हुए पीपल्स फ्रंट पंचकूला के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के सी भारद्वाज, उपाध्यक्ष सुरिन्दर चड्डा तथा महासचिव ईश्वर सिंहमार ने भी कहा कि पंचकूला प्रदेश की डीम्ड राजधानी है जिसमें प्रदेश के ज्यादातर मुख्यालय स्थापित हो चुके हैं तथा हर रोज हजारों लोग अपने काम से इस शहर में काफी दफा आते हैं । परंतु आज शहर की टूटी हुई मुख्य सडकों, चौको की खस्ता हालत, हर चौक व सड़क पर रेहड़ी फङी वालों का क़ब्ज़ा, बर्मज पर उगी हुई जंगली जड़ी बूटियां, जगह जगह बिखरे पॉलीथिन ,गंदगी तथा उनमे मुहँ मारते अवारा पशुओं तथा आवारा कुत्तों को देख कर उनके विचार इस सुन्दर शहर के बारे में बदल जाते हैं तथा वो लोग आज से 5-6 वर्ष पहले के पंचकूला की तुलना करते हैं जब शहर के हालात काफी हद तक अच्छे थे।
पी एफ पी अध्यक्ष ओ पी सिहाग ने स्थानीय विधायक तथा जिला प्रशासन के तमाम जिम्मेदार अधिकारियों से आग्रह किया कि अब भी वक्त है कि वो पूरे समर्पण, पूरे हौसले, दृढ़ इरादे तथा शहर के सभी नागरिकों के पूरे सहयोग के साथ इन सरोकारों को पूरा करने में जुटे। सिहाग ने कहा कि उनके साथी भी इस अभियान में पूरा बढ़चढ़ कर भाग लेंगे।
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