फसल खराबे की जानकारी देने के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 6 अप्रैल तक आवेदन करें किसान-डीसी
Farmers should apply on e-compensation portal till 6th April to give information about crop damage - DC
Apr 3, 2024, 10:15 IST

यमुनानगर, 02 अप्रैल-फसल खराबे का पारदर्शिता से आकलन करने और उसी अनुसार प्रभावित किसानों को मुआवजा देने के लिए पूर्व की तरह ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल को खोला गया है। इस पोर्टल के माध्यम से किसान अब सीधे ही उनकी फसलों को हुए नुकसान की जानकारी स्वयं दर्ज कर सकेंगे।
डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में बारिश से जिन किसानों की फसल खराब हुई है, वे किसान 06 अप्रैल तक ई- क्षतिपूर्ति पोर्टल ekshatipurti.haryana.gov.in पर फसल खराबे की भरपाई के लिए आवेदन कर सकते हैं।
जिला राजस्व अधिकारी श्याम लाल ने बताया कि किसान अपनी परिवार पहचान पत्र आईडी अथवा आधार कार्ड संख्या भरकर लॉग इन कर सकता है। इस ‘ई-फसल क्षति पूर्ति पोर्टल’ को मेरी फसल- मेरा ब्यौरा पोर्टल के साथ लिंक किया हुआ है, इसलिए जिस खसरा नंबर में जिस फसल को बारिश से नुकसान हुआ है, उस खसरा नंबर के सामने खराबा भरें। उन्होने कहा कि फसलों में हुए खराबे के आंकलन, सत्यापन और मुआवजा देने की प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में यह ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने बताया कि फसल के मुआवजे के लिए स्लैब निर्धारित किए गए हैं। पटवारी और कानूनगो इस पोर्टल पर प्राप्त होने वाले फसल खराबे के सभी आवेदनों को चेक करेंगे और खराबे की प्रतिशत तथा खेत की फोटो अपलोड करते हुए हर एंट्री की वेरिफिक़ेशन अथवा पुष्टि करेंगे।
डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में बारिश से जिन किसानों की फसल खराब हुई है, वे किसान 06 अप्रैल तक ई- क्षतिपूर्ति पोर्टल ekshatipurti.haryana.gov.in पर फसल खराबे की भरपाई के लिए आवेदन कर सकते हैं।
जिला राजस्व अधिकारी श्याम लाल ने बताया कि किसान अपनी परिवार पहचान पत्र आईडी अथवा आधार कार्ड संख्या भरकर लॉग इन कर सकता है। इस ‘ई-फसल क्षति पूर्ति पोर्टल’ को मेरी फसल- मेरा ब्यौरा पोर्टल के साथ लिंक किया हुआ है, इसलिए जिस खसरा नंबर में जिस फसल को बारिश से नुकसान हुआ है, उस खसरा नंबर के सामने खराबा भरें। उन्होने कहा कि फसलों में हुए खराबे के आंकलन, सत्यापन और मुआवजा देने की प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में यह ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने बताया कि फसल के मुआवजे के लिए स्लैब निर्धारित किए गए हैं। पटवारी और कानूनगो इस पोर्टल पर प्राप्त होने वाले फसल खराबे के सभी आवेदनों को चेक करेंगे और खराबे की प्रतिशत तथा खेत की फोटो अपलोड करते हुए हर एंट्री की वेरिफिक़ेशन अथवा पुष्टि करेंगे।
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