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आढ़तियों के प्रदर्शन को व्यापार मंडल व कांग्रेस ने दिया समर्थन

Trade Board and Congress supported the demonstration of commission agents
आढ़तियों के प्रदर्शन को व्यापार मंडल व कांग्रेस ने दिया समर्थन
सिरसा, 2 अप्रैल। गेहूं खरीद पर पूरी दामी देने तथा सरसों की खरीद आढ़तियों के माध्यम से ही करने की मांग पर आंदोलनरत आढ़तियों का धरना-प्रदर्शन आज दूसरे दिन भी जारी रहा। आज भी आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के बैनरतले सिरसा मंडी के आढ़तियों ने मार्केट कमेटी कार्यालय के आगे धरना प्रदर्शन किया जिसकी अध्यक्षता प्रधान मनोहर मेहता ने की।
आज के धरने पर हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष बजरंग गर्ग व्यापारियों के साथ पहुंचे और समर्थन दिया और सरकार से आढ़तियों की मांगों को तुरंत पूरा करने की मांग की। उधर कांग्रेस नेता वीरभान मेहता, अमीर चावला, युवा कांग्रेस नेता मोहित शर्मा ने भी धरनास्थल पर पहुंचकर आढ़तियों को अपना समर्थन दिया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार से हर वर्ग परेशान है। यह सरकार आढ़तियों, व्यापारियों, किसानों, मजदूरों, छात्रों व अन्य सभी लोगों को परेशान कर रही है। पहले किसानों को बर्बाद करने के लिए तीन कृषि कानून बनाए थे। अब आढ़तियों को परेशान कर रही है। सरसों की खरीद हमेशा से आढ़तियों के माध्यम से होती आई है, मगर अब सरकार एजेंंसियों के माध्यम से सरसों की खरीद करके मंडियों को बंद करने पर तूली हुई है जिसे सहन नहीं किया जाएगा।
प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि सरकार आढ़तियों के साथ ज्यादती कर रही है और उनके कारोबार को बंद करने के लिए विभिन्न हथकंडे अपना रही है। उन्होंने कहा की काफी वर्षों सें किसान, आढ़ती और मजदूर के रिश्ते को तोडऩे का सरकार प्रयास कर रही है। यदि आढ़त का काम बंद हो गया तो हरियाणा के 25000 आढ़ती और उनके साथ साथ लाखों मुनीम मजदूर भी बेरोजगार होकर अपने घरों को बैठ जायेंगे। प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ जाएगी। उन्होंने बताया पिछले काफी वर्षों से हमारा संघर्ष जारी है लेकिन सरकार अपनी जिद्द पर अड़ी हुई है। आढ़तियों की मांग है कि किसानों की सभी फसलें जैसे कॉटन,  सरसो,  सूरजमुखी,बाजरा इत्यादि और अन्य सभी फसले सरकार द्वारा एमएसपी पर आढ़तियों के माध्यम से ही खरीदी जाए  और आढ़त पूरी 2.5 प्रतिशत मिलनी चाहिए जो कि गेहूं पर लगभग  57 रुपये व धान पर लगभग 56 रुपये बनती है, जबकि  पिछले चार वर्षों से सरकार द्वारा गेहूं पर 46 रुपये और धान पर 45.88 रुपए फिक्स आढ़त दी जा रही है जो की बहुत कम है। उन्होंने कहा कि सरसो और कॉटन फसलें सरकार हैफेड और कॉटन कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के माध्यम से सीधे किसानों से खरीद रही है  जिससे आढ़ती का कोई कमीशन नहीं बन रहा है जो कि आढ़तियों के साथ अन्याय है। इससे आढ़तियों मे बहुत रोश है। अत:  सरकार से निवेदन है कि सभी फसलें आढ़तियों के माध्यम ही खरीदी जाए और पूरी 2.5 प्रतिशत  आढ़त अदा की जाए या सरकार सरसों और कॉटन को भी भावांतर भरपाई योजना के अंतर्गत खरीद करें जिससे कि हमारी मंडिया खत्म होने से बच सकें। प्रधान मनोहर मेहता ने कहा कि पिछले 4 वर्षो से एमएसपी का भुगतान सीधे किसानों को दिया जाने लगा है। इस से आढ़तियों के साथ-साथ किसानों में बहुत रोष है। अत सरकार से निवेदन है कि  सरकार द्वारा खरीदी जाने वाली सभी फसलों का भुगतान किसान की सहमति अनुसार आढ़ती  या किसान के स्वयं के खाते में अदा किया जाना चाहिए। मेहता ने कहा कि यह धरना-प्रदर्शन 5 अप्रैल तक चलेगा। धरने-प्रदर्शन में एसोसिएशन के उपप्रधान प्रेम बजाज, सचिव दीपक मित्तल, कोषाध्यक्ष कुणाल जैन, सह सचिव महावीर शर्मा, सुशील कस्वां, बाबा रामदास,  चिमन मोंगा, धर्मपाल जिंदल, हनीश गर्ग, अंकित अरोड़ा, संजय जैन, नरेंद्र धींगड़ा, सरदार प्रकार सिंह,राजेंद्र नंबरदार, सुधीर ललित, कृष्ण गोयल, हन्नी अरोड़ा, धर्मपाल मेहता, गुरजंट सिंह, देवराज कंबोज, राजेश बिट्टू, सुशील रहेजा कीर्ति गर्ग, राजेंद्र झीड़ीवाला, दीपक नड्डा, सुभाष मेहता, मुकेश धींगड़ा, मुकेश बंसल, ओम भूडी, बिट्टू मेहता, कृष्ण मेहता, धर्मपाल मेहता, श्याम लाल गर्ग, प्रमोद गांधी, घोटा, राजकरण भाटिया, सुधीर मेहता के अलावा मजदूर यूनियन से महावीर पहलवान व सोमनाथ मौजूद थे। मजदूर यूनियन ने भी आढ़तियों को अपना समर्थन दिया है।
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