जीत हमेशा सत्य की होती है: रघुबीर महाराज
Truth always wins: Raghubir Maharaj
Mar 27, 2024, 13:50 IST
सिरसा। होली के पवित्र पर्व पर प्रभु राम लाल नर सेवा नरायण सेवा योग ट्रस्ट भवन-2266, सेक्टर-20, पार्ट 3 में आयोजित सत्संग के सुअवसर योग गुरु रघुबीर महाराज ने उपरथित श्रद्धालुओं को अपने सन्बोधन में फरमाया कि होली पर्व भक्त शिरोमणी प्रहलाद की याद में भारत की पवित्र भूमि पर मनाया जाता है। यह त्योहार सत्य की असत्य पर, धर्म की अधर्म पर जीत का त्योहार है। इस सम्बन्ध में दास ने प्रभु प्रेरणा से निम्न लाइन लिखी है, होली आई होली आई, भक्त प्रहलाद की याद में मनाई। उसने असत्य को मिटा, सत्य की जीत कराई। आदि से अबतक असत्य और सत्य का महासंग्राम होता आया है। अन्त में सत्य की जीत होती है। कलियुग के अवतार योग योगेश्वर प्रभु राम-मुलख-दयाल महाराज का पावन संग करके हमने सीखा की सदैन सत्य के पथ पर चलो, असत्य के पथ पर कभी मत चलो, जीत अन्त में सत्य की ही होती है।
रघुबीर महाराज ने आगे फरमाया कि भक्त प्रहलाद और दैत्यराज हिरण्यकश्यप की बीच महाजंग से समझ में आता है, इस झूठी दुनिया में कोई किसी का नहीं। रघुबीर महाराज ने आगे फरमाया कि गुरु मंत्र महान शक्ति का प्रतीक है। उसका कोई भी मुकाबला नहीं कर सकता। पिता-पुत्र के प्राणों का प्यासा है। वह भक्त प्रहलाद को मारने के नाना प्रकार के उपाय करता है। जैसे पहाड़ से नीचे गिराना, जहर का प्याला पिलाना, होलिका उसे अग्नि में ले कर बैठती है, होलिका जल जाती है पर बालक प्रहलाद का बाल बांका नहीं होता। इस खुशी में लोग फूलोंकी, रंगों की होली खेलते हैं। कुछ लोग शराब पी कर समाज के माहौल को बिगाड़ते हैं, वह गलत है। अंत में गुरु जी ने फरमाया कि होली जरूर मनाएं, प्रभु को कभी मत भुलाएं। इस पवित्र मौके पर शक्ति चावला, यश चावला, पृथ्वी सिंह बैनीवाल, हरिसिंह एडवोकेट, लक्ष्य चावला, डा. मनजीत, महेश, मीनाक्षी शर्मा, गरिमा, संगीता, गोरी, फूलरानी सहित अन्य भक्त मौजूद थे।
रघुबीर महाराज ने आगे फरमाया कि भक्त प्रहलाद और दैत्यराज हिरण्यकश्यप की बीच महाजंग से समझ में आता है, इस झूठी दुनिया में कोई किसी का नहीं। रघुबीर महाराज ने आगे फरमाया कि गुरु मंत्र महान शक्ति का प्रतीक है। उसका कोई भी मुकाबला नहीं कर सकता। पिता-पुत्र के प्राणों का प्यासा है। वह भक्त प्रहलाद को मारने के नाना प्रकार के उपाय करता है। जैसे पहाड़ से नीचे गिराना, जहर का प्याला पिलाना, होलिका उसे अग्नि में ले कर बैठती है, होलिका जल जाती है पर बालक प्रहलाद का बाल बांका नहीं होता। इस खुशी में लोग फूलोंकी, रंगों की होली खेलते हैं। कुछ लोग शराब पी कर समाज के माहौल को बिगाड़ते हैं, वह गलत है। अंत में गुरु जी ने फरमाया कि होली जरूर मनाएं, प्रभु को कभी मत भुलाएं। इस पवित्र मौके पर शक्ति चावला, यश चावला, पृथ्वी सिंह बैनीवाल, हरिसिंह एडवोकेट, लक्ष्य चावला, डा. मनजीत, महेश, मीनाक्षी शर्मा, गरिमा, संगीता, गोरी, फूलरानी सहित अन्य भक्त मौजूद थे।
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