आज इंटरनेशनल यूनिवर्स हेल्थ कवरेज डे पर क्या बोले डा सुरेश बिश्नोई

आज इंटरनेशनल यूनिवर्स हेल्थ कवरेज डे पर क्या बोले डा सुरेश बिश्नोई
आज अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस है। इस दिवस की महत्ता को लेकर शहर के जाने माने चिकित्सक डा सुरेश बिश्रोई ने बताया कि यूएचसी सभी के लिए समान स्वास्थ्य सेवा अवसर प्रदान करके संकट का समाधान प्रदान करता है, चाहे वे किसी भी क्षेत्र में रहते हों। उन्होंने बताया कि आज हम जिस गतिहीन जीवनशैली को जी रहे हैं, उसे देखते
हुए एक ठोस स्वास्थ्य प्रणाली तक पहुंच होना एक आवश्यकता बन गई है। खास तौर पर शहरी क्षेत्रों में नागरिक तेज रफ्तार वाली जीवनशैली जीने के आदी हो गए है, जिससे कई अवांछित स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती है।
उन्होंने बताया कि यूएचसी का मकसद सभी के लिए समान स्वास्थ्य सुविधाएं
उपलब्ध कराना है, चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कुछ भी हो। भारत सरकार द्वारा शुरू की गई आयुष्मान योजना भी यूएचसी के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाती है। डॉ बिश्नोई ने बताया कि जेब से स्वास्थ्य सेवा खर्च को खत्म करके, यह परिवारों को चिकित्सा लोन के कारण गरीबी में गिरने से बचाता है। इससे उन्हें अपनी बहुमूल्य धनराशि को शिक्षा या निवेश जैसी आर्थिक गतिविधियों में निवेश करने का मौका मिलता है। इससे यह भी सुनिश्चित होता है कि बच्चे बड़े होकर स्वस्थ और शिक्षित व्यक्ति
बनें जो अपने देश की वृद्धि और विकास में योगदान दे सकें। डा. सुरेश बिश्रोई ने बताया कि इस साल अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस की थीम है-
स्वास्थ्य: यह सरकार
पर निर्भर है।
उन्होंने बताया कि 2017 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव द्वारा 12 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज दिवस (यूएचसी दिवस) के रूप में घोषित
किया। यूएचसी दिवस का उद्देश्य मजबूत और लचीली स्वास्थ्य प्रणालियों और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। डा. बिश्रोई ने बताया कि हर
साल 12 दिसंबर को यूएचसी के समर्थक दुनिया भर में स्वास्थ्य की प्रतीक्षा कर रहे लाखों लोगों की कहानियों को सांझा करने के लिए अपनी आवाज़ उठाते हैं और दुनिया को याद दिलाते हैं कि सभी के लिए स्वास्थ्य एक मानव अधिकार है।