पराली को लेकर पटवारियों से क्या बोले तहसीलदार

पराली को लेकर पटवारियों से क्या बोले तहसीलदार
पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने को लेकर फिल्ड में रहकर काम करें। जहां पर भी पराली जलाने की घटना मिलती है, तुरंत उसकी सूचना दें। पर्यावरण स्वच्छता के लिए पराली जलाने की घटनाओं पर रोक बेहद जरुरी है। इसके साथ-साथ किसानों को पराली को जलाने की बजाए इसका प्रबंधन करने के लिए जागरुक व प्रेरित करें।
यह बात तहसीलदार भवनेश कुमार ने वीरवार को पटवार भवन में पटवारियों व कानूनगों की बैठक को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि पराली जलाने से उठने वाले धुंएं से पर्यावरण प्रदूषित होता है, जिससे अनेक बीमारियां होती है। पराली जलने की घटनाओं पर अंकुश को लेकर सरकार पूरी तरह से सख्त है। इसलिए इस कार्य में किसी प्रकार की कोतहाी न बरतें। उन्होंने कहा कि फिल्ड में रहें और किसानों को पराली न जलाने बारे जागरुक करें। इसके साथ किसानों पराली प्रबंधन के लिए सरकार द्वारा दी जा रही स्कीम की जानकारी दें। पराली प्रबंधन के उपकरणों के उपयोग के लिए प्रेरित करें।
तहसीलदार ने गांव भावदीन में किसानों को पराली न जलाने तथा फसल अवशेष प्रबंधन बारे जागरूक किया गया। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से न केवल पर्यावरण को नुकसान होता है, बल्कि अनेक मित्र कीट भी इसकी चपेट में आ जाते हैं तथा इसका धुआं स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होता है। किसान बेलर की सहायता से पराली का अवशेष प्रबंधन करें। इस अवसर पर खंड कृषि अधिकारी डॉ रमेश सोढ़ी व कृषि सुपरवाइजर हेमंत, वरिंदर पाल, विक्रमजीत सिंह,गुरिंदर सिंह, मेजर सिंह, गुरमुख सिंह, बलबीर सिंह, जगजीत सिंह सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।