ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान की गिरदावरी करवाकर किसानों को जल्द मुआवजा दें सरकार: कुमारी सैलजा
ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान, सरकार से मुआवजे की मांग
हिसार, भिवानी, फतेहाबाद और कैथल में फसलों का बुरा हाल
चंडीगढ़, 28 दिसंबर।
हरियाणा में हाल ही में हुई ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने सरकार से मांग की है कि प्रभावित क्षेत्रों में गिरदावरी करवाई जाए और किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि गेहूं, सरसों और सब्जियों की फसलें बर्बाद हो गई हैं, जिससे किसान अगली बुवाई की तैयारी नहीं कर पा रहे हैं।
इन जिलों में हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
कुमारी सैलजा ने बताया कि हिसार, भिवानी, फतेहाबाद, जींद, और कैथल जिलों में फसलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। फतेहाबाद जिले में तो ओलावृष्टि इतनी अधिक थी कि सड़कें सफेद चादर की तरह ढक गईं। यहां के गांव बड़ोपल, मोहम्मदपुर रोही और झुलनिया समेत कई गांवों में फसलें पूरी तरह तबाह हो गई हैं।
रबी फसलों पर भारी असर
किसानों की रबी फसलें, खासतौर पर गेहूं और सरसों, ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हो गईं। सब्जियों की फसलें जैसे आलू, मेथी, गोभी और टमाटर भी इस आपदा से बच नहीं पाईं। हिसार के करीब 50 गांवों में और आदमपुर, नारनौल, हांसी क्षेत्रों में फसलों का भारी नुकसान हुआ है।
सरकार से मुआवजे की अपील
कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रभावित किसानों को कम से कम 40,000 रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां-जहां ओलावृष्टि हुई है, वहां किसानों को दोबारा बुवाई करने में भी दिक्कत हो रही है, क्योंकि जमीन गीली है।
किसानों की समस्याओं को गंभीरता से ले सरकार
सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार को किसानों की समस्याओं पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले ही किसान सरकार की नीतियों के चलते परेशान हैं, ऐसे में प्राकृतिक आपदा ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
निष्कर्ष
हरियाणा में ओलावृष्टि से किसानों को हुए भारी नुकसान की भरपाई के लिए सरकार को जल्द से जल्द कदम उठाने की जरूरत है। प्रभावित क्षेत्रों में गिरदावरी कराकर मुआवजे का वितरण किया जाना चाहिए, ताकि किसान अपनी अगली बुवाई की तैयारी कर सकें।
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