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मिट्टी से बने मटके का पानी पीओगे तो फ्रिज को भूल जाओगे, जाने मटके के पानी के लाभ ?

If you drink pot water made of clay, you will forget the fridge, know the benefits of pot water?
मटका

पवन बाल्मीकि की कलम से शानदार लाइने 

ऐ है सा फैफाणे रा भादर खां रा बणायडा घढा़ जका ई तकड़ी गरमी मै ठनठो पाणी रा गडा आपरै सेवा मै है सा

#आपणो_राजस्थान_आपणी_राजस्थानी

राजस्थानी नै बरत्यूं री भासा बणार पैलपोत खुद मानता देवो सा।

मटके का पानी पीने के फायदे हैं कमाल के, इन बीमारियों के लिए करेंगे रामबाण  का काम | Hari Bhoomi

गर्मी का का मौसम चल रहा है ऐसे में जैसे ही गर्मी का सीजन शुरू हो चुका  है । तो लोग फ्रिज की तरफ दौड़ने लगते हैं । क्योंकि फ्रिज में ठंडा पानी मिलता है और उसे लोग प्यास बुझाते हैं।  लेकिन वह लोग शायद भूल जाते हैं की प्रकृति से जो ठंडा जल मिलता है।  उसका मुकाबला फ्रिज कभी नहीं कर सकता । क्योंकि मिट्टी के बर्तन में जो ठंडा पानी होता है उसमें केमिकल नहीं होते बिल्कुल शुद्ध और स्वच्छ मिनरल के साथ वह पानी हमें मिलता है । अक्सर देखते हैं घड़े बनाने वाले लोग हैं वह मिट्टी के साथ मिट्टी होकर मेहनत करते हैं । और हमारे लिए वह घडा  तैयार करते हैं । लेकिन आज के इस आधुनिक युग में लोग इस बात को भूल चुके हैं कि हमें घड़े का पानी या मटके का पानी पीना चाहिए।  डॉक्टर की सलाह देते हैं कि ज्यादा से ज्यादा आप मटके के पानी का प्रयोग करें।  जिसमें लोहे की मात्रा और जरूरी मिनरल्स मिलते हैं।  लेकिन इस भागदौड़ की जिंदगी में लोगों के पास इतना समय नहीं है कि वह मटके से पानी पिए।  दौड़कर फ्रिज के पास जाते हैं । ऐसे में हमारे साथी पवन बाल्मीकि है उन्होंने अपनी कलम से मटके को पर एक राजस्थानी भाषा के अंदर 2 लाइनें लिखी है। 

ऐ है सा फैफाणे रा भादर खां रा बणायडा घढा़ जका ई तकड़ी गरमी मै ठनठो पाणी रा गडा आपरै सेवा मै है सा

#आपणो_राजस्थान_आपणी_राजस्थानी

राजस्थानी नै बरत्यूं री भासा बणार पैलपोत खुद मानता देवो सा

वह आप पढ़ें और उन लोगों तक शेयर करें जो ज्यादा से ज्यादा फ्रिज का प्रयोग करते हैं।  ताकि उनको समझ में आए कि मटकी के पानी का कितना फायदा है।  इस भयंकर गर्मी के अंदर फ्रिज का पानी 10 बार पी ले प्यास नहीं बुझ जाएगी।  लेकिन जो मटके का ठंडा शीतल जल अगर आपने एक बार भी पी लिया तो आपको 3 से 4 घंटे तक पानी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।  आप का मन है वह बिल्कुल तृप्त हो जाएगा।  वह जल पीकर, ऐसे में जो मटका बनाने वाले लोग हैं उनको भी आर्थिक सहायता मिलेगी।  अगर हम ज्यादा से ज्यादा मटके खरीदते हैं उन गरीब लोगों के घर में चार पैसे जाएंगे जिनसे उनका रोजगार है वह चल सके।  हमारी स्टोरी कैसी लगी ज्यादा से ज्यादा शेयर और कमेंट जरुर करें ताकि हमारा हौसला बढ़ा रहे। 

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