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रास्ते मैं करी मित्रता, फिर बजा दी बैंड, दो करोड़ का सोना लेकर फुर्र हुए चोर

Made friendship on the way, then played the band, thieves fled with gold worth two crores
राजस्थान

राजस्थान में जोधपुर के एक सोने के व्यापारी से 2 करोड का सोना लूटने की खबर आ रही है।  इस मामले को लेकर जोधपुर पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए दो अपराधियों को अपने हिरासत में लिया है।  पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए 2000 किलोमीटर तक उन आरोपियों का पीछा किया।  पुलिस ने जानकारी देते हुए कहा कि अपराधियों ने सोने के व्यापारी को पहले तो अपना दोस्त बनाया और बाद में जब व्यापारी पूरी तरह से उनका विश्वास पात्र हो गया।  उसके बाद 2 करोड का सोना लेकर रफूचक्कर हो गए ।

बताया जा रहा है व्यापारी के पास 2 किलो 740 ग्राम का सोना था।  यह घटना 9 मई को घटी थी सोना व्यापारी जोधपुर के फलोदी का रहने वाला है।  डीसीपी वेस्ट गौरव यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि एक आरोपी को दिल्ली से और दूसरे आरोपी को यूपी के बदायूं से पकड़ा गया है। 

जाने पूरा मामला क्या है

पुलिस अधिकारी गौरव यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि 3 किलो 10 ग्राम सोना चोरी के आरोपी दिल्ली व उत्तर प्रदेश से उनको अपने हिरासत में लिया है।  10 मई को फलोदी निवासी जितेंद्र सोनी शास्त्री नगर थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी।  उसने बताया कि सोने चांदी की दुकान में कार्य करता है और मेड़ती  गेट निवासी महेंद्र सिंह और करीब दो-तीन साल से उसके दुकान पर काम करता है।  9 मई को जयपुर से जोहरी बाजार में मेरी दुकान का सोना 31 ग्राम लेकर वापस जोधपुर राजस्थान की तरफ आ रहा था।  10 मई को सुबह 7:00 बजे बस से कल्पतरु शॉपिंग मॉल के बीच रास्ते में मेरे साथ बात हुई । तब उसने दुकान के लिए सोना लाने की बात कही इसके बाद वह कल्पतरु के पास जैन ट्रैवल्स पहुंचा महेंद्र के बस से नीचे उतरते ही जब सोना मांगा तब वह कहने लगा कि सोना गायब है।  पता नहीं कहां गया या चोरी हो गया उसने महेंद्र के खिलाफ जोधपुर थाना में मामला दर्ज करवाया । जब मामला दर्ज कर पूछताछ की गई तो महेंद्र ने पुलिस को बताया कि वह सोना लेकर निकला था।  सिंधी कैंप से दो व्यक्ति उसके साथ थे उन्होंने एक ने अपना नाम अब्बास और दूसरे ने राघव अपना परिचय में बताया। 

वह सोना लेकर निकला ही था।  सिंधी कैंप के पास दो व्यक्ति उसे मिले उन्होंने अपना नाम एक ने अब्बास बताया और दूसरे ने राघव बताया । वह तीनों एक साथ टिकट लेकर जोधपुर वाली बस में बैठे तीनों ने मिलकर हजार रुपए में एक टिकट लिया और बस के लास्ट वाले डबल स्लीपर मैं उनके साथ बैठ गए।  बैठने के बाद उनके साथ चिप्स और बिस्कुट खाए थे । महेंद्र ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि उसे नींद आ गई।  सुबह कल्पतरू पहुंचने के बाद खलसी ने उसे नींद से जगाया ।

आरोपी जान गए थे कि महेंद्र के पास मोटा माल है

दोनों अपराधी अच्छी तरह से समझ गए थे कि महेंद्र के पास कुछ बड़ा माल है।  इस के बैग में कुछ तो है दोनों आरोपी सिंधी कैंप खड़े थे।  महेंद्र 9 मई की रात 11:00 बजे सिंधी कैंप बस पकड़ने गया वहां पर बार-बार वह अपनी जेब के ऊपर हाथ रख रहा था।  ऐसे में शातिर चोरों को अंदेशा हो गया कि उसके जेब में कुछ कीमती माल है।  ऐसे में शातिर चोर उसके पास आकर खड़े हो गए । उसका हाल चाल पूछने लगे । उसका एड्रेस पूछने लगे तब उन्होंने बताया कि उसे जोधपुर जाना है।  तो आरोपियों ने कहा भी हमें भी जोधपुर जाना है । तीनों ने एक ही रिक्शा पकड़ा और 200 फीट बाईपास पर पहुंचे रास्ते में दोस्ती की एक केबिन में थे। 

पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले तो आरोपी सुबह 4 बजे जेतारण उत्तर गए। वहां से प्रेस लिखी एक वेन में लिफ्ट लेकर बैठे और जयपुर आ गए। टोल पर लगे कैमरे से वेन के नंबर पता कर उसके ड्राइवर को कॉल किया तो उसने जिस होटल तक उन्हें छोड़ा था उसका पता बता दिया। पुलिस होटल पहुंच वहां से दोनों की आईडी ली और उनका पीछा करते हुए आईडी पर लिखे पते पर पहुंची सिंधी कैंप स्थित होटल में अक्सर यह आरोपी आकर ठहरते थे। पुलिस उनके घर पर दबिश दी तब उसकी पत्नी सोना लेकर फरार हो गई। पुलिस जब तीन बार उसके पहुंची तो उसकी पत्नी ने किसी के साथ सोना भिजवाया।

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