logo

बेवफा पत्नियों से भरा हुआ खजाना कहलाता है ये शहर , यहां महिलाएं करती हैं कुंवारे लड़कों के साथ….देखे

बेवफा पत्नियों से भरा हुआ खजाना कहलाता है ये शहर
QQQ
महिलाएं करती हैं कुंवारे लड़कों

बेवफा पत्नियों से भरा हुआ खजाना कहलाता है ये शहर , यहां महिलाएं करती हैं कुंवारे लड़कों के साथ….देखे

Contents

विवाहित महिलाओं के लिए तैयारइस वजह से धोखा दे रही हैं शादीशुदा महिलाएं

चंडीगढ़: यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो शादीशुदा लोगों के लिए है। इस ऐप के जरिए शादीशुदा पुरुष या महिलाएं अपने लिए दूसरा पार्टनर ढूंढ सकते हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि भारत में भी इसका जमकर इस्तेमाल हो रहा है।

आप शायद टिंडर, आइज़ल और बम्बल जैसे डेटिंग ऐप्स के बारे में जानते होंगे। ये डेटिंग ऐप्स 21वीं सदी में परिवार को शामि

ल किए बिना लड़कों और लड़कियों से मिलने का एक तरीका हैं। इसका प्रयोग सीधे लड़के या लड़की द्वारा एक दूसरे की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए किया जाता है ताकि रिश्ता ज्यादा समय तक ना टिके या मनमुटाव बना रहे इसी कारण से इसका प्रयोग किया जा रहा है

अब तक, डेटिंग ऐप्स को युवाओं का पूरा समर्थन मिलता है, न कि उनके माता-पिता का। ग्लीडेन नाम का एक ऐप भी है जिसके उपयोगकर्ता विवाहित लोग हैं जो अपने जीवनसाथी से खुश नहीं हैं और विवाहेतर संबंधों के लिए तैयार हैं। यह डेटिंग ऐप नाखुश लोगों को शादी के बंधन में जोड़ने के लिए बनाया गया ऐप है।

आज इस फ्रेंच एक्स्ट्रामैरिटल डेटिंग ऐप ग्लीडेन के कुल 10 मिलियन यूजर्स हैं। बीस प्रतिशत उपयोगकर्ता भारतीय हैं, या कुल 10 मिलियन नाखुश विवाहित लोगों में से 2 मिलियन।

कंपनी का कहना है कि सितंबर 2022 से ग्लिडन ऐप के उपयोगकर्ताओं में लगभग 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसका मतलब है कि भारतीयों के बीच विवाहेतर डेटिंग ऐप्स की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है।

ग्लिडन के छियासठ प्रतिशत उपयोगकर्ता टियर-1 यानी दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता जैसे बड़े शहरों से हैं। इसके अलावा, 34 प्रतिशत उपयोगकर्ता टियर-2 या टियर-3 शहरों यानी मेरठ, लखनऊ, भोपाल, हैदराबाद और नागपुर जैसे छोटे शहरों से हैं।

इस ऐप के ज्यादातर यूजर्स कामकाजी लोग हैं। इसमें डॉक्टर, इंजीनियर, मैनेजर जैसे प्रोफाइल वाले लोग भी हैं। हैरानी की बात यह है कि उपयोगकर्ताओं में बड़ी संख्या में घरेलू कामगार भी शामिल हैं।

विवाहित महिलाओं के लिए तैयार

तो इन आंकड़ों को देखकर आप समझ गए होंगे कि एक्स्ट्रामैरिटल डेटिंग ऐप्स भारतीयों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। यकीनन ये यूजर्स वही लोग हैं जो अपनी शादीशुदा जिंदगी से खुश नहीं हैं। यह ऐप अपनी मार्केटिंग में कहता है कि इसे महिलाओं द्वारा केवल शादीशुदा महिलाओं के लिए डिजाइन किया गया है।

ऐप को शादीशुदा महिलाओं की एक्स्ट्रा-मैरिटल डेटिंग को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया था, लेकिन 2019 में कंपनी के एक सर्वे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। अब हम आपको जो बताने जा रहे हैं उससे बहुत से लोग सहमत नहीं हो सकते हैं। लेकिन इस ऐप द्वारा जारी सर्वे डेटा के मुताबिक, बड़ी संख्या में शादीशुदा महिलाएं अपने पार्टनर को धोखा देती हैं।

ग्लिडन के पास ऐप के उपयोगकर्ताओं से कुछ प्रश्न थे, जिसके आधार पर उन्होंने एक रिपोर्ट तैयार की। इसके मुताबिक बेंगलुरु, मुंबई और कोलकाता में महिलाएं अपने पतियों को धोखा देने में सबसे आगे हैं।

इस वजह से धोखा दे रही हैं शादीशुदा महिलाएं

सर्वे में शामिल 77 फीसदी विवाहित महिलाओं के मुताबिक, शादी के बाद अपने पतियों को धोखा देने का कारण ‘बोरियत’ है। इकतीस प्रतिशत विवाहित महिलाओं ने स्वीकार किया कि उनके विवाहेतर संबंध ज्यादातर उन पुरुषों के साथ थे जिन्हें वे जानती थीं। सर्वेक्षण से यह भी पता चला कि 52 प्रतिशत महिलाएं और 57 प्रतिशत पुरुष अपने पार्टनर को धोखा देते हैं।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
">