पिता OP Chautala को अपना सियासी गुरु बता Abhay ने भविष्य के लिए दे दिए बड़े संकेत
ओम प्रकाश चौटाला: हरियाणा की राजनीति का अमिट अध्याय
हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा शून्य छोड़कर ओम प्रकाश चौटाला हमारे बीच से विदा हो गए। यह क्षति न केवल चौटाला परिवार के लिए बल्कि पूरे राज्य और देश के लिए है। खासतौर पर अभय सिंह चौटाला के लिए यह एक व्यक्तिगत और भावनात्मक झटका है।
राजनीतिक गुरु और पिता का जाना
अभय चौटाला ने अपने पिता ओम प्रकाश चौटाला को केवल पिता नहीं, बल्कि एक गुरु के रूप में भी देखा। उन्होंने राजनीति के हर पहलू को उनसे सीखा। उनके भाषणों और व्यक्तित्व में यह झलकता है कि चौटाला साहब ने उन्हें किस तरह से तैयार किया।
अभय चौटाला ने अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है। उनका कहना है कि ओम प्रकाश चौटाला ने संघर्ष और मेहनत से हमेशा सबको प्रेरित किया।
चौधरी देवीलाल की विरासत को संभालने का जिम्मा
ओम प्रकाश चौटाला ने अपने पिता, चौधरी देवीलाल की विरासत को संजोकर रखा। उन्होंने कार्यकर्ताओं को हमेशा सम्मान दिया और उन्हें अपने परिवार जैसा समझा।
चौधरी देवीलाल के आदर्शों पर चलते हुए, ओपी चौटाला ने अपने राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन कभी हार नहीं मानी। उन्होंने हमेशा अपने कार्यकर्ताओं और जनता के लिए खड़े रहना अपना धर्म समझा।
अभय चौटाला की भावनाएं
अभय चौटाला के अनुसार, 20 तारीख का दिन उनके लिए सबसे कठिन था। इस दिन उन्होंने न केवल अपने पिता को खोया, बल्कि अपनी प्रेरणा और मार्गदर्शक को भी खो दिया। उन्होंने कहा, "यह मेरी कमजोरी नहीं, बल्कि भावना थी।"
अभय ने आगे कहा कि वे अपने पिता के दिखाए रास्ते पर चलते रहेंगे और उनकी सोच और मिशन को आगे बढ़ाएंगे।
अर्जुन चौटाला की यादें
अर्जुन चौटाला, जिन्होंने अपने दादा ओम प्रकाश चौटाला के साथ बचपन बिताया, ने भी उनसे जुड़ी कई यादें साझा कीं। उन्होंने बताया कि दादा उन्हें डांटते थे लेकिन कभी उन पर हाथ नहीं उठाते थे। अर्जुन ने कहा, "दादा ने हमें केवल जीवन जीने की शिक्षा नहीं दी, बल्कि जीवन को बेहतर बनाने का रास्ता भी दिखाया।"
चौटाला परिवार की भूमिका और भविष्य
ओम प्रकाश चौटाला के निधन के बाद, इनेलो पार्टी और चौटाला परिवार के सामने बड़ी चुनौती है। अभय सिंह चौटाला ने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों को भरोसा दिलाया है कि वे अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
संघर्ष और प्रेरणा की अनंत कहानियां
ओम प्रकाश चौटाला ने अपने जीवन में कई संघर्ष देखे और हर चुनौती को स्वीकार किया। उन्होंने कभी हार नहीं मानी और हर परिस्थिति में आगे बढ़े। उनकी सोच और संघर्ष ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे हरियाणा को प्रेरित किया।
उनके दिखाए रास्ते पर चलते हुए, अभय और अर्जुन चौटाला के सामने अब अपनी पार्टी और परिवार को एकजुट रखने की बड़ी जिम्मेदारी है।
ओम प्रकाश चौटाला की विरासत और उनके आदर्श आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा बने रहेंगे।