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चाणक्य नीति : स्त्री-पुरुषों को ये काम करने में नहीं करनी चाहिए शर्म! जल्दी देखे

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चाणक्य नीति : स्त्री-पुरुषों को ये काम करने में नहीं करनी चाहिए शर्म! जल्दी देखे

चाणक्‍य नीति: आचार्य चाणक्‍य ने अपनी नीति में बड़ों, बुजुर्गों और बच्‍चों के लिए कुछ न कुछ सिखाया है। जिनका पालन करके व्यक्ति अपने जीवन में सफलता की ऊंचाइयों को आसानी से हासिल कर सकता है। आज हम आपसे चाणक्य की रहस्यमयी बातों पर चर्चा करने जा रहे हैं, जिनका पालन करके आप भी सफलता के शिखर पर पहुंच सकते हैं और अपने घर को सुख-समृद्धि से भर सकते हैं।

जिंदगी में कई ऐसे काम होते हैं जिन्हें करने में लोगों को शर्म महसूस होती है। और यह एक सभ्य समाज के लिए जरूरी है. लेकिन आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में कुछ ऐसी बातें बताई हैं जिन्हें करने में व्यक्ति को कभी भी शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए। चाणक्य कहते हैं कि कुछ कार्य ऐसे होते हैं जिन्हें करते समय शर्म और सोच-विचार का पूरी तरह से त्याग कर देना चाहिए। जो व्यक्ति ऐसा नहीं करता वह जीवन भर पछताता है।

आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र नीति में ऐसे चार कार्यों का जिक्र किया है जिन्हें करने में व्यक्ति को बिल्कुल भी शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए। आइए जानते हैं वो कौन से काम हैं जिन्हें करने में महिला या पुरुष किसी को भी शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए।

शर्मिंदगी महसूस करना भूल जाएं और ये 4 काम करें

हर कोई सुखी जीवन और सुखी घर चाहता है, लेकिन पैसा जरूरी है। पैसा कमाना महत्वपूर्ण है. ऐसे में लोग पैसे कमाने के तरीके ढूंढ ही लेते हैं. आचार्य चाणक्य के अनुसार किसी भी व्यक्ति को धन कमाने से जुड़े कार्य करते समय शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए। क्योंकि अगर किसी को पैसा कमाने के लिए काम करने में शर्म आती है तो वह अपना काम ठीक से नहीं कर पाता है। ऐसे में उसे नुकसान उठाना पड़ता है.

वहीं, आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अगर आपने किसी को पैसा उधार दिया है तो उसे वापस मांगने में कभी भी शर्म नहीं करनी चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से आपको अपना पैसा खोना पड़ सकता है और आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।

वहीं, आचार्य चाणक्य कहते हैं कि गुरु से शिक्षा लेते समय भूलने में शर्म नहीं करनी चाहिए। दरअसल, गुरु हर व्यक्ति के जीवन में मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं और हर बार व्यक्ति को उनसे कुछ न कुछ सीखने को मिलता है।

ऐसे में गुरु से शिक्षा लेने में कभी भी शर्म नहीं करनी चाहिए। एक अच्छा और सफल छात्र वह है जो बिना किसी शर्म के शिक्षक से सीखता है और शिक्षक से अपने प्रश्नों के उत्तर मांगता है।

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