OP Chautala: चौटाला की अंतिम विदाई में Abhay-Ajay के परिवार की दूरियां हुई खत्म!एकजुट दिखा परिवार
OP Chautala: चौटाला की अंतिम विदाई में Abhay-Ajay के परिवार की दूरियां हुई खत्म!एकजुट दिखा परिवार
OP Chautala:
ओम प्रकाश चौटाला के निधन से हरियाणा में शोक की लहर
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इनेलो पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला का निधन शुक्रवार को गुरुग्राम में हुआ। उनके निधन के बाद तेजा खेड़ा फार्महाउस में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटा गया और हरी पगड़ी के साथ चश्मा पहनाया गया। अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोग पहुंचे, जिनमें उनके समर्थकों के साथ विपक्षी नेताओं की भी उपस्थिति रही।
अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब
ओम प्रकाश चौटाला के दोनों बेटे, अजय चौटाला और अभय चौटाला, ने मिलकर उन्हें मुखाग्नि दी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और कई अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। विपक्ष के नेता, जैसे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर बादल, कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला और कुमारी शैलजा, भी अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
परिवार में दिखी एकता
ओम प्रकाश चौटाला का परिवार, जो अक्सर राजनीतिक मतभेदों के लिए चर्चा में रहता था, इस दुखद घड़ी में एकजुट नजर आया। उनके पोते, दुष्यंत चौटाला, दिग्विजय चौटाला, अर्जुन चौटाला, और करण चौटाला ने मिलकर एकजुटता का संदेश दिया। अजय और अभय चौटाला, जो पहले राजनीतिक मतभेदों के कारण चर्चा में थे, इस अवसर पर साथ खड़े दिखे।
हरियाणा की राजनीति में ओपी चौटाला का योगदान
ओम प्रकाश चौटाला ने पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दीं। वे विशेष रूप से किसानों के मुद्दों और उनके अधिकारों के लिए संघर्षरत रहे। उनकी सख्त नीतियों और विचारधारा ने उन्हें हरियाणा के हर वर्ग में एक सम्मानित नेता के रूप में स्थापित किया।
अंतिम यात्रा में उमड़ा स्नेह
ओपी चौटाला की अंतिम यात्रा में हजारों लोगों ने भाग लिया। यह दिखाता है कि वे न केवल एक प्रभावशाली राजनेता थे, बल्कि एक आदर्श पिता और परिवार के मुखिया भी थे। उनके निधन से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे हरियाणा में शोक की लहर है।
एक प्रेरणादायक जीवन
ओम प्रकाश चौटाला का जीवन संघर्ष, नेतृत्व और सेवा का उदाहरण था। उनका योगदान हरियाणा की राजनीति में अमिट रहेगा। उनकी यादें और उनके सिद्धांत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।