पंचकूला-सिरसा हिंसा का अभी तक डेरा नहीं दिया मुआवजा
पंचकूला-सिरसा हिंसा का अभी तक डेरा नहीं दिया मुआवजा
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दिन 25 अगस्त 2017। समय दोपहरी का। शांतचित्त हरियाणा के इतिहास में काला दिन। ङ्क्षहसा का तांडव हुआ। 42 लोग मारे गए। करोड़ों की संपत्ति स्वाहा हो गई। अपनी अलग सल्तनत चलाने वाले सिरसा के डेरा सच्चा सौदा के चीफ राम रहीम को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की अदालत ने साध्वी यौन शोषण मामले में उस दिन सजा सुनाई थी। सजा सुनाए जाने के बाद उसके समर्थकों की भीड़ ने पंचकूला, सिरसा के अलावा पंजाब-हरियाणा के हिस्सों में उपद्रव मचाया। उस ङ्क्षहसा में कुल 118 करोड़ रुपए की संपत्ति को नुक्सान पहुंचा। ङ्क्षचतनीय पहलू यह है कि अभी तक जख्मों पर मुआवजे का मरहम नहीं लगा है। मामला फिलहाल पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में है। 18 फरवरी को इस मामले में फूल बैंच सुनवाई है। सरकार की ओर से दिए गए शपथ पत्र के अनुसार ङ्क्षहसा में 18 करोड़ 29 लाख 37 हजार 977 रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति को नुक्सान पहुंचा। 80 करोड़ 57 लाख 63 हजार 50 रुपए का राजस्व नुक्सान पहुंचा जबकि 20 करोड़ 9 लाख 33 हजार 824 रुपए स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए सरकारी सेवाओं पर खर्च हुए। ङ्क्षहसा के करीब अढ़ाई बरस बीतने के बाद भी डेरा सच्चा सौदा से मुआवजे की रकम नहीं वसूली गई है।
किसी का जला वाहन तो किसी की गई जान
25 अगस्त 2017 को हुई ङ्क्षहसा में किसी का वाहन जल गया तो बहुतों की जान चली गई। मिल्क प्लांट में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की डेढ़ दर्जन साइकिलें जला दी गई तो मिल्क प्लांट के सी.ई.ओ. का स्कूल भी स्वाहा कर दिया गया। सिरसा में बिजलीघर व मिल्क प्लांट को आग के हवाले कर दिया। कई दिनों तक रेल, बसों के पहिए थम गए तो भारत संचार निगम लिमिटेड की सेवाएं बाधित होने से निगम को 46 करोड़ का घाटा लगा। रेलवे के पहिए थमने से 12.50 करोड़ का नुक्सान हुआ। पर ङ्क्षचता की बात यह है कि अभी तक किसी को भी मुआवजा नहीं मिला है।
ये हुआ था नुक्सान
हरियाणा सरकार की ओर से कोर्ट में दिए गए शपथपत्र के अनुसार ङ्क्षहसा में सबसे अधिक नुक्सान अम्बाला जिला में हुआ था। अम्बाला में कुल 46 करोड़ 79 लाख 27 हजार 519 रुपए का नुक्सान हुआ। अम्बाला में भारत संचार निगम लिमिटेड की आपूर्ति बाधित होने से करी 45.59 करोड़ रुपए का राजस्व नुक्सान हुआ। वहीं पंचकूला में 10 करोड़ 10 लाख 48 लाख 1283 रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति का नुक्सान हुआ। सिरसा में मिल्क प्लांट के 1.25 करोड़ के वाहन, 34.51 लाख के दुग्ध उत्पाद, 1.72 करोड़ की प्रोपर्टी जबकि 49 लाख का राजस्व नुक्सान पहुंचा। सिरसा में ही हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड को करीब 3.16 लाख तो दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के 1.21 करोड़ के वाहन फूंक दिए गए। सिरसा में 59 लाख 28 हजार 100 के निजी वाहन भी स्वाहा कर दिए गए थे। इनके अलावा हरियाणा के अन्य जिलों में मोटा नुक्सान हुआ। कुरुक्षेत्र में 95.71 लाख का राजस्व नुक्सान हुआ तो सरकारी सेवाओं पर 4.41 करोड़ रुपए का खर्चा आया। कैथल में 54.15 लाचा की सरकारी व निजी संपत्ति को नुक्सान पहुंचा। करनाल में 3.26 करोड़ रुपए का राजस्व नुक्सान हुआ और सरकारी सेवाओं पर 52.50 लाख का खर्च आया। सोनीपत में 1.18 करोड़ का राजस्व तो फतेहाबाद में 1.53 करोड़ के राजस्व को नुक्सान पहुंचा। ङ्क्षहसा प्रकरण के दौरान नैशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को 1.86 करोउ़ का तो उत्तर-पश्चिम रेलवे को 12 करोड़ 50 लाख 25 हजार रुपए का नुक्सान पहुंचा था।