जब सदन में देवीलाल से भिड़ गए थे राव बीरेंद्र सिंह

जब सदन में देवीलाल से भिड़ गए थे राव बीरेंद्र सिंह
हरियाणा विधानसभा के अतीत के सत्र रोचक किस्सों से अटे हुए हैं। अतीत में तीन लालों में रोचक जुबानी जंग जारी रही तो बहुत से कद्दावर नेताओं का मजाकिया अंदाज भी अनूठापन लिए रहा। ऐसा ही किस्सा है साल 1977 का। चौधरी देवीलाल पहली बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे। इससे पहले पंडित भगवत दयाल शर्मा, राव बीरेंद्र सिंह, बंसीलाल और बनारसी दास गुप्ता हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे। ताऊ देवीलाल के पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद हरियाणा विधानसभा के पहले सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह ने अपने ही खास अंदाज में चौधरी देवीलाल को बधाई दी। उनका कहना था 1966 से लेकर 1977 तक हरियाणा में ‘बी’ सरकार रही और अब ‘बी’ की ‘डी’ सरकार है। उनके कहने का तात्पर्य था पहले ‘बी’ हर्फ वाले ही मुख्यमंत्री रहे और अब ‘डी’ हर्फ वाले देवीलाल मुख्यमंत्री बन गए हैं।
दरअसल चौधरी देवी लाल पहली बार हरियाणा की मुख्यमंत्री बने और उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद 4 जुलाई 1977 से लेकर 6 जुलाई 1977 तक हरियाणा विधानसभा का सत्र आयोजित किया गया। 4 जुलाई 1977 को विधानसभा सत्र के पहले दिन सभी विधायकों ने चौधरी देवीलाल को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी। पूर्व मुख्यमंत्री और हरियाणा विधानसभा के पूर्व स्पीकर राव बीरेंद्र सिंह ने अपने ही अनूठे अंदाज में चौधरी देवीलाल को बधाई दी। साथ ही कुछ ऐसी रोचक बातें भी कहीं जो आज भी हरियाणा विधानसभा की कार्यवाही के पन्नों में दर्ज हैं। राव बीरेंद्र ने कहा ‘अक्षर उतने ही हैं। बंसीलाल की जगह देवीलाल हैं। सिर भी वही है, पैर भी वही है, लेकिन घड़ में फर्क है। इनका धड़ बंसीलाल से लंबा है।’
साथ ही राव बीरेंद्र सिंह ने कहा ‘चौधरी देवीलाल तो उन्हें इस कुर्सी पर कुछ मिसफिट से नजर आते हैं। वैसे इस कुर्सी पर अब तक ‘बी’ हर्फ अब ठीक नहीं रहता है। मैं भी स्पीकर की कुर्सी पर बैठा, लेकिन 4 दिन स्पीकर रहने के बाद मुझे इस कुर्सी में फेंक दिया।’ राव बीरेंद्र सिंह ने कहा कि इसके बाद हरियाणा की सरकार में ‘बी’ का ही राज चलता रहा। पहले भगवत दयाल शर्मा आए। इसके बाद मैं (बीरेंद्र सिंह )आया फिर बंसीलाल और आखिर में
बनारसी दास गुप्ता आए। इससे ऊपर भी ‘बी’ का ही राज रहा और वे थे बीरेंद्र नारायण चक्रवर्ती। ख्याल तो ऐसा ही था कि कोई और ‘बी’ निकलेगा, लेकिन वह चेहरा नजर नहीं आता और ‘बी’ की जगह दी अब ‘डी’ ने कब्जा कर लिया है।’ राव बीरेंद्र सिंह ने कहा कि ‘देवीलाल जी आपसे हमें बहुत उम्मीदें हैं और हमें यह भी मालूम है कि आपका काम भी बहुत सख्त है। आप इस बात का ध्यान रखोगे कि इस कुर्सी की चारों टांगे सारे हाउस की हैं। हाउस में तीन चौथाई बहुमत हो सकता है और इससे ज्यादा भी हो सकता है,
लेकिन आप यह जरूर मानेंगे कि तीन टांगें आप की कुर्सी की चाहे कितनी मजबूत हो, लेकिन जब चौथी मजबूत नहीं होगी तो आपको आराम नहीं मिल सकेगा’ पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह ने आंकड़ों की बात करते हुए कहा आप इस बात का भी ख्याल रखेंगे। हाउस में चाहे 75 मेंबर उधर बैठे हैं, लेकिन जो 15 मैंबर इधर बैठे हैं इनको भी जनता का मेजॉरिटी हासिल है। जनता पार्टी ने हरियाणा में 44 प्रतिशत वोट लिए हैं और 56 फ़ीसदी जो बाकी रह गए हैं इन 15 विधायकों के पीछे हैं।