इस गली मेें घूसते ही लग जाएगी भूख,बना रखे हैं अपने अपने ब्रांड
इस गली मेें घूसते ही लग जाएगी भूख,बना रखे हैं अपने अपने ब्रांड
लोगों के चटपटे व फास्ट फूड के स्वाद को पूरा करने के लिए बाजारों में लगनी वाली रेहडिय़ां ही पहली पसंद बनी हुई हैं। शहर के मुख्य बाजारों में आजकल जहां देखो वहीं गोलगप्पे, बर्गर, मसाला डोसा, सांभर बड़ा, हॉट डॉग, चाऊमीन, समोसा, कचौरी, बर्फ, आइसक्रीम, सलाद व फू्रट चाट , कुल्फी आदि की रेहडिय़ां नजर आती हैं। इन रेहडिय़ों पर अनेक बच्चों से लेकर बूढ़े तक लडक़े-लड़कियां तथा महिला-पुरुष बड़े शौक के साथ इन व्यंजन को स्वाद लेने में जुटे रहते हैंं। हरियाणा के शहर सिरसा क ी गली गीता भवन वाली में काफी संख्या में जंक फूड की रेहडिय़ा लगती है। यह पूरी गली ही फास्ट फूड मार्किट में तबदील हो गई है। बर्गर, चाऊमीन, पाव भाजी, छोले भटूरे, सोया चाप, पनीर टिक्का, कांजी वडा, स्वीट कॉर्न, डोसा, इडली, सांभर वडा, ड्रेगन रोल, मोमोज आदि हरेक आइटम यहां मिल जाती है। शाम के समय यहां लोगों की भारी भीड़ लगी रहती है। महिलाएं जहां गोलगप्पे व चाऊमीन आदि बेहद चाव से खाती हैं वहीं युवा बर्गर, मसाला डोसा व मोमोज ज्यादा खाते हैं।
बना रखे हैं अपने अपने ब्रांड
इन व्यंजनों का स्वाद चखने वालों में से अनुमानित 70 फीसदी लोग रेहडिय़ों पर ही खड़े होकर पानी पूरी व अन्य चटौरे व्यंजनों का स्वाद लेते हैं। विशेष बात यह है कि एक प्रकार से व्यंजिन क्षेत्र में नई मार्केट के रूप में स्थापित हुई रेहड़ी वाले भी अपने-अपने ब्रांड के नाम से जाने जाते है। मसलन शहर में कुल्फी, मिल्क बादाम आदि परोसने के लिए मेवाड़ प्रेम की दर्जनों रेहडिय़ां हैं।समय के साथ रेहड़ी वालों ने अपने काम के क्षेत्र को व्यापक कर लिया है, यही कारण है कि इन रेहडिय़ों पर रेस्तरां में मिलनी वाली करीब हर चीज मिल जाएगी। कहीं बर्गर की विशेष रेहड़ी लगी है तो कहीं पानी पूरी की तो कहीं स्पेशल डोसे की। कम पैसे, फटाफट सर्विस और खुले में भीड़ में खाने का आनंद यही तो अलग स्वाद है जो मध्यम वर्ग के लोगों को रेस्तरां की बजाय इन रेहड़ी वालों की ओर खींच लाता है।
तस्वीर का दूसरा पहलू यह भी
अब बात करते तस्वीर के दूसरे पहलू की। अपने मुंह के स्वाद के पीछ रेहड़ी पर खाने से पहले कुछ ध्यान भी देना चाहिए। बाजारों में लगने वाली अनेक रेहडिय़ों पर साफ-सफाई का कोई ध्यान नहीं रखा जाता है। कई रेहड़ी वाले अपने थोड़े से मुनाफे के चक्कर में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।