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Haryana: 27 तक भारी बारिश का अनुमान,खतरे के निशान के करीब पहुंच यमुना हुई शांत, घग्गर, टांगरी व मारकंडा का जलस्तर भी घटा,

पानीपत में नदी किनारे के क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी किया गया है। सिरसा और फतेहाबाद में भी खतरा बरकरार है।  फतेहाबाद में तटबंध बनाने को लेकर इंद्रपुरा मोहल्ला और नगर परिषद कर्मचारियों में खींचतान भी हुई।
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फतेहाबाद के हांसपुर चौक पर बाढ़ के पानी को देखने पहुंचे लोग

Hardum Haryana News: पहाड़ों पर बारिश थमने से प्रदेश में नदियां कुछ शांत हुई हैं, लेकिन शनिवार देर रात हथिनीकुंड बैराज से करीब ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद से यमुना फिर उफान पर आ गई थी। नदी का पानी सीजन में दूसरी बार खतरे के निशान पर पहुंच गया। हालांकि रविवार दोपहर बाद यमुना कुछ शांत हुई।

वहीं, सिरसा और फतेहाबाद जिले में घग्गर नदी का जलस्तर कम होने के बावजूद खतरा बरकरार है। फतेहाबाद में तटबंध बनाने को लेकर इंद्रपुरा मोहल्ला और नगर परिषद कर्मचारियों में खींचतान भी हुई। फतेहाबाद नगर परिषद ने इंद्रपुरा मोहल्ला और शक्ति नगर के पीछे बांध बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसके अलावा टांगरी और मारकंडा का जलस्तर भी कम हुआ है।

पानीपत में यमुना अब 231.13 मीटर पर बह रही है। ये खतरे के निशान से मात्र चार इंच नीचे है। प्रशासन की टीम यमुना किनारे लगातार गश्त कर रही है। यमुना के तटीय क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी है। दो दिन से ग्रामीण सिंचाई विभाग की जेसीबी की मदद से पेड़ काटकर तटबंध को मजबूत कर रहे हैं।

बैराज से दोबारा अतिरिक्त पानी न छोड़ने पर यमुना का जलस्तर सोमवार को कुछ कम हो सकता है। सोनीपत में यमुना का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान पर है। पानी 215.2 मीटर पर बह रहा है, जबकि खतरे की लाइन 217 मीटर है। यमुना क्षेत्र में तेजी से भूमि कटाव हो रहा है। बेगा घाट के टापू का भी काफी हिस्सा यमुना में बह चुका है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।

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