यह सच्ची कहानी हरियाणा की है/ this is a real story of hariyana
चार बच्चों की मां का खौफनाक षड्यंत्र: पति की हत्या और प्रेम प्रसंग की सच्ची घटना
प्रेम के अंधेरे में फंसी चार बच्चों की मां
हरियाणा के रोहतक जिले के अकबरपुर गांव से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यह कहानी एक ऐसी महिला की है, जो अपनी वासना और प्रेम प्रसंग में इतनी अंधी हो गई कि उसने अपने ही पति को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
कैसे शुरू हुई कहानी?
रोहतक जिले के अकबरपुर गांव में जीतू नामक व्यक्ति अपने परिवार के साथ शांतिपूर्ण जीवन जी रहा था। उसकी पत्नी गुरमीत और उनके चार बच्चे थे। जीतू का एक छोटा-सा व्यवसाय था, जिससे वह अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। लेकिन उसकी पत्नी गुरमीत की इच्छाएं कुछ और ही थीं।
गुरमीत का अपने मायके के एक युवक, रोहित, के साथ प्रेम संबंध था। यह प्रेम कहानी उस समय शुरू हुई थी जब गुरमीत और रोहित बचपन में एक-दूसरे को जानते थे। वक्त के साथ, उनकी दोस्ती ने प्रेम का रूप ले लिया।
बेटी और मां, दोनों रोहित के प्यार में
गुरमीत की बड़ी बेटी ने अपनी मां को रोहित के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। उसने अपनी मां को चेतावनी भी दी, लेकिन गुरमीत ने अपनी बेटी को भी इस साजिश में शामिल कर लिया। धीरे-धीरे, मां और बेटी दोनों ही रोहित के प्रेम जाल में फंस गईं।
हत्या की रात का खुलासा
28 दिसंबर को गुरमीत ने अपने पति जीतू की हत्या की योजना बनाई। उसी रात, उसने जीतू की हत्या कर दी और उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिए रोहित की मदद ली। जीतू के शव को एक तालाब में फेंक दिया गया।
पुलिस ने जब गुरमीत और उसकी बेटी से पूछताछ की, तो उनके बयानों में भारी अंतर पाया गया। कॉल डिटेल्स की जांच के बाद पुलिस ने गुरमीत और रोहित को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान, गुरमीत ने पूरे षड्यंत्र का खुलासा किया।
पुलिस ने किया शव बरामद
गुरमीत की निशानदेही पर पुलिस ने तालाब से जीतू का शव बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस घटना में शामिल गुरमीत और रोहित को जेल भेज दिया गया है। वहीं, गुरमीत की बेटी को बाल सुधार गृह में रखा गया है।
समाज को क्या सिखाती है यह घटना?
यह घटना समाज के नैतिक पतन और रिश्तों में बढ़ती अनैतिकता का जीवंत उदाहरण है। जब एक मां, जो चार बच्चों की जिम्मेदारी उठाने वाली हो, ऐसे कृत्य कर सकती है, तो यह सोचने पर मजबूर करता है कि समाज किस दिशा में जा रहा है।
निष्कर्ष
यह घटना न केवल मानवता के लिए शर्मनाक है, बल्कि रिश्तों की पवित्रता को भी ठेस पहुंचाती है। समाज में ऐसी घटनाओं से हमें सीख लेनी चाहिए और अपने आस-पास के माहौल पर ध्यान देना चाहिए।
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