नूंह से बचकर लौटे सिरसा के 12 लोग, पत्थरबाजी से ड्राइवर हुआ घायल, सुरेंद्र पूनिया बोले -सड़क किनारे पहले रखे थे पराली के ढेर
12 people of Sirsa returned after escaping from Nuh, the driver was injured by stone pelting, Surendra Poonia said – Stubble was kept on the roadside earlier

हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा में सिरसा के 12 बजरंग दल के पदाधिकारियों ने भाग कर अपनी जान बचाई। पथराव में ड्राइवर हिमांशु घायल हो गए। हिमांशु के सिर पर पत्थर लगा । पत्थरबाजी के दौरान 12 सदस्य दो गुटों में बंट गए । साथ पांच अन्य युवाओं को पुलिस ने रेसकु करके पुलिस लाइन में पहुंचाया। हिंसा के चश्मदीद गवाह है सुरेंद्र, जब यात्रा शुरू हुई तो सबसे आगे डीजे की गाड़ी चल रही थी।
इसके बाद बाइक और 2 बसें भी थी। उनके बाद हमारी गाड़ी थी जब काफिला प्रयास अस्पताल के पास पहुंचा तो पत्थरबाजी शुरू हो चुकी थी । सड़क के किनारे पर परालियों के ढेर लगे हुए थे। उपद्रवी पहले से ही यात्रा में घुसे हुए थे। उपद्रवी बाइक पर सवार होकर पराली में पेट्रोल डालकर आग लगा रहे थे । जब पत्थरबाजी हुई तो हमने तुरंत हरियाणा बजरंग दल के ग्रुप में मैसेज किया। उपद्रवियों ने बसों बसें जला दी।
हमने देखकर भी गाड़ी भगाई, हम उस गाड़ी में 7 लोग थे। हमारे 5 साथी मंदिर में रह गए कहीं और भागने का उनको रास्ता नहीं मिला। जिसके लिए गूगल मैप से रास्ता खोज कर मुंह से बाहर निकल गए। इसी दौरान उनकी गाड़ी का उपद्रवियों ने पीछा भी किया। गांव के हर रास्ते पर 8 साल से बच्चे को लेकर 80 साल तक के बुजुर्ग
पत्थर फेंक रहे थे। हमारी गाड़ी के भी शीशे टूट गए। जिससे समय मंदिर के पास गोलियां चलाई जा रही थी। हमने उनको वीडियो बनाया है । वे बेखौफ होकर झुंड में मंदिर में गोलियां चला रहे थे।