युवाओं को नौकरी का झांसा देकर पैसे ऐंठने वाले गैंग का भंडाफोड़, फर्जी जोइनिंग लैटर देकर करते थे पिछले छह सालों से धांधली
Busted the gang who cheated the youth in the name of jobs, used to rig them for the last six years by giving fake joining letters

HARDUM HARYANA NEWS
हरियाणा में बेरोजगारी इस कदर फैली हुई है कि युवा नौकरी के नाम पर किसी भी जगह पैसे व सिफारिश लगवाने के लिए तैयार रहते हैं। इसी चक्कर में अनेकों बार वो ऐसे जाल में फंस जाते हैं जहां से निकलना उनके लिए बहुत मुश्किल हो जाता हैं। ऐसा ही मामला सोनीपत से सामने आया है। हरियाणा के सोनीपत में रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर रुपये ऐंठने वाले तीन आरोपियों को राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) गिरफ्तार किया है। आरोपी 6 वर्ष से गैंग बनाकर युवाओं को फांसकर रुपये ऐंठने का काम कर रहे थे। इस गैंग में दिल्ली के रोहिणी न्यायालय के दो अधिवक्ता व एक ऑटो चालक शामिल है।
मामले में राजकीय रेलवे पुलिस ने रविवार को तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। जहां से सुरेंद्र उर्फ शैलेंद्र को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दो अन्य आरोपियों कृष्ण व लव कुमार को तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है।
राजकीय रेलवे पुलिस को शिकायत मिल रही थी कि रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगार युवकों से रुपये ऐंठने वाला गैंग क्षेत्र में सक्रिय है। रुपये ऐंठने वाला गैंग युवकों को अपनी बातों में फंसाकर उनसे 50 हजार से दो लाख रुपये तक ऐंठ लेते थे। जिसके बाद उन्हें फर्जी नियुक्ति व पहचान पत्र थमा दिया जाता था।
पानीपत के न्यू आरके पुरम जाटल रोड निवासी मंजीत कुमार ने राजकीय रेलवे पुलिस को शिकायत दी थी। 7 दिसंबर को आरोपियों ने मंजीत कुमार को फर्जी नियुक्त व पहचान पत्र देने के लिए रेलवे स्टेशन स्थित रेलवे की पार्किंग में बुलाया था। राजकीय रेलवे पुलिस ने दो आरोपियों गांव भदाना निवासी सुरेंद्र उर्फ शैलेंद्र व गांव तिहाड़ फिलहाल कुंडली स्थित अंसल सोसाइटी निवासी लव कुमार को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया था।
शनिवार को तीसरे आरोपी अशोक विहार निवासी अधिवक्ता कृष्ण को भी गिरफ्तार किया गया था। जिनमें सुरेंद्र उर्फ शैलेंद्र ऑटो चालक है, जो बेरोजगार युवकों को झांसे में फंसाकर गैंग के अन्य सदस्यों तक पहुंचाता था। जिसके बाद युवकों को जाल में फंसाकर उन्हें रुपये ऐंठ लिए जाते थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी 2016 से गैंग चला रहे हैं। जिसके चलते वे अभी तक कई युवकों से ठगी कर चुके हैं। वह 50 हजार से दो लाख रुपये तक लेते थे। इसके बाद फर्जी कागजात देकर छह महीने बाद नौकरी पर आने का झांसा देते थे, ताकि पीड़ित युवक पुलिस तक न पहुंचे।
रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर रुपये ऐंठने के मामले में तीनों आरोपियों को रविवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से आरोपी सुरेंद्र उर्फ शैलेंद्र को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दो आरोपियों दिल्ली के रोहिणी न्यायालय के अधिवक्ता कृष्ण व लव कुमार को तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है। ठगी का शिकार हुए युवकों का पता लगाया जा रहा है। अब तक मामले में चार युवक अपनी शिकायत दे चुके हैं। -धर्मपाल, थाना प्रभारी, राजकीय रेलवे पुलिस, सोनीपत